सिद्धार्थनगर : महिला चिकित्सक से कभी न छिपाएं ये समस्यायें, नहीं तो बिगड़ सकती है आपकी सेहत- डा0 सलोनी उपाध्याय
दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। मीडिया से बातचीत के दौरान विनोद प्रकाश लाइफकेयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर (टच्स्) की स्त्री रोग विशेषज्ञ डा0 सलोनी उपाध्याय ने बताया कि महिलाओं से जुड़ी यौन समस्यायें भी एक ऐसी ही समस्या है, जिसके बारें में ज्यादातर महिलायें खुलकर बात नहीं कर पाती हैं और डॉक्टर से भी अपनी परेशानी बताने में संकोच करती हैं। आमतौर पर ज्यादातर महिलायें अपनी स्वास्थ्य समस्याओं की अनदेखी करती हैं और समय पर डॉक्टर के पास इलाज के लिए नहीं जाती हैं। काम और जिम्मेदारियों में उलझी कुछ महिलायें स्वास्थ्य परीक्षण कराने का समय नहीं निकाल पाती हैं, वहीं कई बार कुछ महिलायें अपनी सेहत का उचित देखभाल नहीं कर पाती हैं और बीमार पड़ने पर डॉक्टर के पास जाने के बजाय घरेलू नुस्खे आजमाती हैं। समय पर इलाज न होने के कारण बीमारियां गम्भीर हो जाती हैं और सेहत बिगड़ने लगती है। महिलाओं से जुड़ी यौन समस्यायें भी एक ऐसी ही समस्या है जिसके बारें में ज्यादातर महिलायें खुलकर बात नहीं कर पाती हैं और डॉक्टर से भी अपनी परेशानी बताने में संकोच करती हैं। कई बार महिलायें महिला चिकित्सक के पास जाती तो हैं, लेकिन शर्म के कारण अपनी यौन समस्याओं पर बात नहीं कर पाती हैं, जिसके कारण सही तरीके से बीमारी का इलाज नहीं हो पाता है। जहां तक बात महिला चिकित्सक की होती है तो भारत में अधिकतर महिलायें इसे सीरियसली नहीं लेती हैं। उनके लिए महिला चिकित्सक के पास जाना किसी काम से कम नहीं होता है और वो ये कोशिश करती हैं कि ऐसा ना करना पड़े। जहां तक महिलाओं की बात है तो उन्हें हमेशा ऐसा ही लगता है कि महिला चिकित्सक के पास जाना किसी तरह की झेंप की बात है और रेगुलर चेकअप नहीं करवाना ही बेहतर है।
वो ये भी नहीं समझतीं कि किस तरह की बातों को डॉक्टर से कंसल्ट करना बहुत जरुरी है। जहां अधिकतर महिलायें ऐसा करने में नर्वस फील करती हैं। वहीं कई अगर हिम्मत करके चली भी जाती हैं, तो भी वो बता नहीं पातीं कि उन्हें समस्या क्या है। मगर ऐसे समय में अपनी अंदरुनी समस्याओं के बारे में बताना बहुत जरुरी होता है। महिला चिकित्सक डा0 सलोनी उपाध्याय बताया कि महिलाओं को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और अपनी महिला चिकित्सक से जरूर डिस्कस करनी चाहिए। 1. दर्द भरे पीरियड्स के बारें में-आपको हमेशा अपनी महिला चिकित्सक से दर्द भरे पीरियड्स के बारें में बात करनी चाहिए। अगर उन दिनों में कई तरह के दर्द हो रहे हैं, ब्रेस्ट में तकलीफ, क्रैम्प्स, उल्टी और जी-मिचलाना आदि हो रहे हैं तो ये बातें जरूर बतायें। अगर ये समस्यायें ऐसी हैं कि आपको बेहोशी और चक्कर आ रहे हैं तब तो देर करनी ही नहीं चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ये समस्या फाइब्रॉइड्स या एंडोमेट्रिओसिस की निशानी हो सकती हैं। डॉक्टर आपके टेस्ट्स कर ये बता सकता है कि आखिर आपको ऐसा क्यों हो रहा है और असली समस्या कहां है। 2. अनियमित पीरियड्स-जिस तरह पीरियड्स में दर्द होना एक बड़ी समस्या होती है, उसी तरह अनियमित पीरियड्स भी होते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे कैलोरीज का कम इनटेक, जरुरत से ज्यादा डाइट में बदलाव, हार्माेनल समस्याएं आदि के कारण होता है। ये कॉन्ट्रासेप्शन पिल्स के कारण भी हो सकता है या फिर अगर आप किसी तरह की बीमारी से पीड़ित हों ऐसा भी हो सकता है। वैसे तो कभी-कभी बिना किसी कारण भी पीरियड्स डिले हो सकते हैं, लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो रहा है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। 3. वेजाइनल बदबू-जहां एक ओर वेजाइना की अपनी अलग स्मेल हो सकती है। वहीं दूसरी ओर ये भी ध्यान देना जरूरी है कि अगर ये स्मेल जरूरत से ज्यादा है, तो इसे इग्नोर नहीं करना है। कई लड़कियों को दिक्कत होती है कि वो अपने डॉक्टर से ये बात कह नहीं पाती हैं। हालांकि, ये समझिए कि ये बहुत ही आम समस्या है और ये लगभग सभी महिलाओं के साथ होती है। किसी न किसी समय पर उन्हें इससे परेशान होना पड़ता है। डॉक्टर ये बता सकता है कि कहीं ये किसी तरह के बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से तो नहीं हो रहा है। 4. वेजाइना के आस-पास बंप्स-वेजाइना के आस-पास किसी तरह के बंप्स हो जायें या फिर आपको कुछ ऐसी चीजें दिखें जो नहीं होनी चाहिए तो तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें। वेजाइना के आस-पास किसी भी तरह की ग्रोथ अगर दिखती है, तो लोगों को परेशानी होने लगती है। कई बार सिर्फ वैक्सिंग की वजह से ही ये परेशानी होती है, लेकिन कई बार ये समस्या ज्यादा बड़ी होती है। ऐसे समय में आपको डॉक्टर से बात जरुर करनी चाहिए। ये हर्पीज, बार्थाेलिन सिस्ट, स्किन सिस्ट आदि कई तरह की चीजें हो सकती हैं। 5. वेजाइनल ड्राईनेस-इस समस्या से कई लड़कियां परेशान रहती हैं और अगर उनकी वेजाइना सही से ल्यूब्रिकेट नहीं होती है तो उनकी वेजाइना में सेक्शुअल एक्टिविटी के दौरान परेशानी हो सकती है। इससे खुजली जलन और चोट लगने की समस्या भी हो सकती है। वेजाइनल ड्राईनेस कई कारणों से होती है और कई बार ये कॉन्ट्रासेप्शन पिल्स, शरीर में एस्ट्रोजन की कमी आदि। इसके बारें में डॉक्टर से संपर्क करें और जानें कि आखिर क्या कारण है। 6. वेजाइनल खुजली-वेजाइना में खुजली बहुत ही असहज महसूस करवा सकती है और साथ ही साथ ये किसी गम्भीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि वेजाइनल इरिटेशन, इन्फेक्शन, एसटीडी जैसी किसी समस्या से आप ग्रस्त हों। एक ऐसी स्थिति भी हो सकती है, जिसमें ये वल्वा का कैंसर हो, लेकिन ये सिर्फ कुछ गम्भीर मामलों में ही होता है। महिलाओं को वेजाइनल खुजली को नॉर्मल नहीं समझना चाहिए और इसके बारें में डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए। 7. वेजाइनल डिस्चार्ज-वेजाइना खुद ही अपने आप अपनी सफाई करती है और थोड़ा बहुत डिस्चार्ज आम बात है जिसे आप अपने अंडरवियर में नोटिस करती होंगी। लेकिन अगर ये जरुरत से ज्यादा हो रहा है और उसमें से बदबू भी आ रही है तो आपको इसे लेकर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जब आपकी मंथली साइकिल शुरु होने वाली होती है तब ऐसा हो सकता है कि वेजाइनल डिस्चार्ज थोड़ा ज्यादा हो, लेकिन अगर ये बहुत ज्यादा हो रहा है, जलन, दर्द, रैशेज, सूजन, बदबू जैसी समस्यायें भी साथ में हो रही हैं तो ये चिन्ता की बात है। ये सारी समस्यायें कई महिलाओं को होती हैं, लेकिन वो अपनी बातें खुद ही छुपा लेती हैं। ऐसा किये बिना उन्हें डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए और अपनी परेशानी को बताना चाहिए। ये शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक बताना चाहिए। ये शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक तकलीफों का भी कारण बन सकती हैं।