कल्याण बनर्जी पर बोले दिलीप घोष- लोगों की श्रद्धा से छेड़खानी करना TMC नेताओं की आदत
दिलीप घोष ने कहा ”जय श्री राम का नारा सुनकर ममता बनर्जी बोखलाती थीं, अब हर गांव में, जगह-जगह पर सब लोग खड़े होकर जय श्रीराम बोलते हैं”
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी के बयान के बाद से भाजपा तृणमूल कांग्रेस पर लगातार हमलावर होती जा रही है. एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सांसद कल्याण सिंह ये कहते हुए दिख रहे हैं कि ‘सीता ने भगवान राम से कहा कि अच्छा हुआ मेरा हरण रावण द्वारा किया गया था न कि उसके “चेलों” द्वारा, नहीं तो मेरा हश्र भी हाथरस पीड़िता जैसा होता.’
इस बयान के बाद से ही भाजपा इसे सीता माता का अपमान बता रही है. इसके बाद हावड़ा के गोलाबारी थाने में उनके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. इसके बाद अब बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस और सांसद कल्याण बनर्जी पर तीखा हमला बोला है. दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस को आड़े-हाथों लेते हुए कहा है कि ”टीएमसी के नेता हताश हो चुके हैं, क्या बोलना है क्या नहीं बोलना है, उनको कुछ पता ही नहीं है, वे सीमा पार कर चुके हैं. संस्कृति के बारे में ऐसी बातें करना बहुत ही गलत बात है. लोगों की श्रद्धा से छेड़खानी करना TMC नेताओं की आदत है”
दिलीप घोष ने आगे कहा ”अपनी प्रतिष्ठा को देखते हुए बातें करनी चाहिए, किस बात को किस चीज से जोड़ना है, ये सब देखना चाहिए, सबकी एक सीमा होती है.”
दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा ”जय श्री राम का नारा सुनकर ममता बनर्जी बौखलाती थीं, अब हर गांव में जगह-जगह पर सब लोग खड़े होकर जय श्रीराम बोलते हैं, लोगों ने ममता को जवाब देने के लिए जय श्रीराम अपनाया है, महिलाएं जगह-जगह पर खड़ी होकर जय श्री राम बोलती हैं. इससे साबित होता है कि बंगाल के लोग राष्ट्रवादी लोग हैं, सात्विक लोग हैं, उनके ऊपर चोट पहुंचाकर राजनीति नहीं चलेगी.”
रोहिंग्या मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस को घेरते हुए दिलीप घोष ने कहा ”ये रोहिंग्या और घुसपैठियों को लेकर राजनीति करते हैं. बिना मतलब की उत्तेजना फैलाते हैं, ऐसे ही सीपीएम वालों ने किया था, अब तृणमूल कांग्रेस के लोग भी वैसा ही कर रहे हैं. लोग अब इनको लोकतंत्र के माध्यम से उचित जवाब देंगे”
आपको बता दें कि सांसद कल्याण बनर्जी के ‘सीता” वाले बयान पर बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी ने भी एक बयान देते हुए कहा है कि ”वह हमारी परंपरा, रामायण और महाभारत का अपमान कर रहे हैं. इसका जवाब उन्हें 2021 में मिलेगा.”