मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का बोलबाला, बिना कुदाल व तसला के कागज में हो रहा है कार्य

पंकज चौबे/दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। जनपद के विकास खण्ड बढ़नी में इस समय मनरेगा योजना मिल बांट कर खाने का माध्यम बना हुआ है। उदाहरण के तौर पर क्षेत्र के बसंतपुर, चम्पापुर,सेवरा, कोटिया के साथ 19 ग्राम पंचायत में रविवार को कुल 26 परियोजना पर कार्य चल रहा है जिसके लिए 175 मस्टररोल जारी कर मजदूरों की सोमवार को शाम 8 बजे तक 26परियोजना पर 175 मस्टर रोल की आनलाइन हाजिरी लगाई गई है। लेकिन कुछ ग्राम पंचायतों में सिर्फ फोटो के लिए कुछ मजदूर जाते वही कुछ ग्राम पंचायतों मे फोटो से फोटो (फर्जी )अपलोड किया जाता है। उल्लेख है कि शासन स्तर से मनरेगा योजना में लूट खसोट रोकने के लिए सीधे मजदूरों के खाते में मजदूरी भेजी जाती है। इसके अलावा पिछले वर्ष से प्रतिदिन मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी भी लगाई जा रही है। बावजूद इसके विभागीय जिम्मेदार गांव के अपने चाहतों की सिर्फ हाजिरी लगाकर बिना काम कराए उनके खातों में मजदूरी भिजवाने का कार्य कर रहे हैं। जिसे बाद में मिल बांट कर हजम कर लिया जाता है ।
कैसे होता है गोलमाल
गोलमाल करने के लिए रात में फोटो से फोटो का ऑनलाइन हाजिरी व फोटो तो लिया जाता है लेकिन दउउे के साइड पर शाम में 8 बजे तक अपलोड किया जाता है जिससे कोई शिकायत हो या कोई जांच करने के लिए आए तो उस दिन कार्य बंद दिखा दिया जाए और अगर कोई वक्ति शिकायत भी करता है तो वहा के अतरिक्त कार्यक्रम अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी द्वारा मस्टर रोल जीरो करने का झूठा सांत्वना दिया जाता है।वही अगर रविवार शाम 8 बजे पूरे जिले में देखा जाए तो खेसरहा 133, भनवापुर 63, बढ़नी 26, डुमरियागंज 73, खुनियांव 82, मिठवल 33, लोटन 17, बांसी 58, इटवा 59, उसका बाजार 35, नौगढ़ 40,जोगिया 82, शोहरातगढ 4, बर्डपुर 11 मस्टररोल चलाया जा रहा है