समृद्धि श्री ने किया जनपद का नाम रोशन,अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की बनी हिस्सा
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की बनी हिस्सा

सिद्धार्थनगर। समृद्धि श्री ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनमें हिस्सा लेकर जनपद का नाम रोशन किया, आप को बता दे की समृद्धि श्री मुख्यालय के वारिष्ठ समाजसेवी राणा प्रताप सिंह की पुत्री है अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन मे अपनी बात रखते हुये कहा की नमस्कार मेरा नाम समृद्धि श्री है, मैं उत्तर प्रदेश के जिला सिद्धार्थ नगर की रहने वाली एक 20 वर्ष की युवती हूं। मेरे पिता का नाम श्री राणा प्रताप सिंह है और माता का नाम श्रीमती सविता सिंह है। मैं स्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में कर रही हूं। आप सबके आशीर्वाद से मैं आज यहां तक पहुची हूँ। मैने अपनी 10वीं कक्षा तक की पढाई सिटी पब्लिक स्कूल और सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है। मैंने 12वीं की पढ़ाई सेंट्रल हिंदू स्कूल ,बीएचयू, वाराणसी से की है। 8 साल की उम्र में मुझे सेलिब्रिटी मुकेश खन्ना के साथ डिनर करने का मौका मिला संस्कार भारती द्वार अखिल भारतीय रंग भरो प्रतियोगिता के माध्यम से। स्कूल में मैं एक होनहार छात्र रही हूँ। मैंने स्कूल में शतरंज चौंपियनशिप, निबंध लेखन, कहानी सुनाना और नृत्य प्रतियोगिता जीती। मैं कक्षा की मॉनिटर और स्कूल में एक टीम की अध्यक्ष थी। प्रवेश परीक्षा में चयनित होके मैं दिल्ली विश्वविद्यालय जैसी प्रतिष्ठित संस्था में आज पढ़ रही हूं जिसका श्रेय मेरे माता पिता और मिलान फाउंडेशन को जाता हैद्य 2021 में पिताजी द्वारा मुझे मिलान फाउंडेशन के बारे में पता चला जिसमें गर्ल आइकन के रूप में सिद्धार्थ नगर से मुझे चयनित किया गयाद्य एक साल तक गर्ल आइकन के रूप में मैंने 20 लड़कियों की टीम बनाकर अपने क्षेत्र में कई सोशल एक्शन प्रोजेक्ट कियाद्य हमने बेटी को पढाने और उनके कौशल विकास की जागरूकता पर काम किया जिसके लिए हमें पुरस्कृत किया गया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर परद्य मिलान फाउंडेशन ने मुझे ऑस्ट्रेलिया सेनेट अध्यक्ष के सामने एनजीओ को प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित किया जो मेरे लिए बहुत बड़ा अवसर रहा अपने देश को प्रतिनिधित्व करने के लिएद्य मैंने दिल्ली भर में कई अन्य कॉलेजों की प्रतियोगिताओं में अपने कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया।हाल ही में मिलान फाउंडेशन द्वारा पूरे देश से दो लड़कियां चयनित हुई वियतनाम में अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम में जाने के लिए जिसमें से एक मेरा नाम थाद्य ग्रेजुएशन में मेरे समर्थन किया छात्रवृत्ति ने जिनका अंतर्राष्ट्रीय आयोजन वियतनाम में था द्य काई देश से आए हुए शीर्ष चयनित लड़कियाँ जहां हमारे साथ बैठकें और सत्र हुआ जहां मैंने बहुत कुछ सीखा। हमारे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय और लक्ष्य अजेय है, क्योंकि शिक्षा सब कुछ बदल देती है। प्रतिभा सार्वभौमिक है, अवसर नहीं है और यू.गो स्कॉलरशिप ने मुझे बिना किसी बाधा के अपना लक्ष्य प्राप्त करने का अवसर दिया, मेरी हर चुनौती का सामना करने में मदद की। हम सबको अवसर का लाभ उठाना चाहिए और सीखना चाहिए। चुनौतियाँ सबके जीवन में होती हैं लेकिन उनका सामना करना होगा और अपना रास्ता खुद बनाना होगा।