स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा के नाम पर लूट जिले केअधिकारी व जनप्रतिनिधि मौन

बलरामपुर। जनपद मुख्यालय पर तैनात चिकित्सक मरीजों से किस हद तक हैवानियत कर सकते हैं जिनके तन पर ठीक से कपड़े तक नहीं होते उनसे किस तरह से पैसे ऐंठ लेते हैं यह देखना है तो जिला मेमोरियल चिकित्सालय आ जाइये यहां चारों तरफ लूट खसोट का ही मंज़र देखने को मिलेगा मरीजों के तीमारदारो से इलाज के नाम पर पहले ही अल्ट्रासाउंड एक्स-रे सीटी स्कैन आदि बाहर से करवाए जाते हैं यहां तक की भर्ती मरीजों से पट्टी ड्रेसिंग करने का100 रुपए ले लिए जाते हैं ऐसा भी नहीं की या एक दिन का मामला है प्रतिदिन ऑपरेशन कक्ष के बगल वाले कमरे में यह ऑपरेशन आदि कराए लोगों की ड्रेसिंग होती है मामूली ऑपरेशनों में 10 से 20 हजार रुपए ले लिए जाते हैं और स्थानीय जनप्रतिनिधि भूल कर भी ऐसे मामलों में दखल नहीं दे रहे हैं रही बात सी०एम०एस०की तो यह सब उन्हीं के संरक्षण में होता है ऐसे में वह ऐसे मामलों का विरोध कैसे करेंगे दूरदराज से आने वाले मरीज खासकर महिलाएं गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच एक्स-रे जांच आए दिन जिले के किसी भी चिकित्सालय में नहीं होती संयुक्त चिकित्सालय में संचालित अल्ट्रासाउंड लगातार किन्हीं न किन्हीं कारणों से रेडियोलॉजिस्ट के कारण बन्द रहते हैं और मजबूरन आगंतुक महिलाओं पुरुषों को बाहर से अल्ट्रासाउंड सी०टी०स्कैन आदि महंगे दरों पर कराना पड़ता है जहां मनमानी रिपोर्ट देकर मरीज के जान व माल से खिलवाड़ किया जाता है क्योंकि जो भी बाहर से अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट दी जाती है वह अधिकृत रेडियोलॉजिस्ट या चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रमाणित नहीं होती है ऐसे में पूरे जनपद में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही एवं निष्क्रियता के कारण फर्जी नर्सिंग होम पैथालॉजी अल्ट्रासाउंड सेंटर सीटी स्कैन करने वालों की चांदी है और बीमार मरीजों के लिए यह किसी नरक से कम नहीं है जहां जनता खुले आम स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लुटने को मजबूर हैं स्थानीय सांसद विधायक को इस सब से कोई लेना-देना नहीं होता क्योंकि उनके पास विकास की योजनाओं को देखने की फुर्सत नहीं क्योंकि जनता ने उन्हें सेवा करने के लिए नहीं बल्कि पार्टी के एजेंडे पर वोट दिया है ऐसे में यह अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते जिले का स्वास्थ्य विभाग भगवान भरोसे है और रहेगा ऐसा भी नहीं की जिले में सत्तासीन पार्टी के प्रभारी मंत्री व अन्य विभागों के मंत्री जिले में ना आते हों परंतु उन्हें भी इनसब को देखने व जनता का दुख दर्द समझने की फुर्सत नहीं अलावा इसके सब कुछ होने के बाद भी जनता ऐसे ही लुटने पीटने पर मजबूर रहेगी और बिचौलिए माला माल होते रहेंगे व मानक विहीन अवैध नर्सिंग होम पैथालॉजी अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन आदि जनता की जेबों पर डाका डालते रहेंगे जिसे सहाना जनता की मजबूरी है।