राप्ती नहर से मिट्टी हटाने के नाम पर हो रहा अवैध खनन

बलरामपुर/पचपेड़वा। मोतीपुर के पास सिंचाई विभाग राप्ती नहर द्वारा एक्सेस मिट्टी हटाने के नाम पर बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। खनन माफिया के हौसले इस कदर बुलंद है कि उन्होंने राप्ती नहर की पटरियों से लाखों घन मीटर मिट्टी एक साल से खोद डाली। पुकलैण्ड और जेसीबी से लगातार हो रहे खनन से राप्ती नहर को भी खतरा बढ़ गया है। सिंचाई विभाग द्वारा एक्सेस मिट्टी हटाने के नाम पर बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। सिंचाई विभाग, स्थानीय पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। मामला पचपेड़वा थानाक्षेत्र के अन्तर्गत राप्ती नहर खण्ड 2 का है। इस बारे में सिंचाई विभाग राप्ती नहर के जे ई शैलेश कुमार ने बताया कि पटरियों पर अनुपयुक्त मिट्टी हटाने का कार्य करवाया जा रहा है। इसके लिए 25 हजार घन मीटर मिट्टी हटाने की परमीशन ली गई है। वही स्थानीय लोगों की माने तो पिछले एक साल से मिट्टी बेचा जा रहा है,जिसमे सिंचाई विभाग की मिलीभगत से खनन माफिया पुकलैण्ड और जेसीबी मशीन से एक लाख घन मीटर से अधिक अवैध मिट्टी खनन कर चुके हैं और अवैध खनन लगातार जारी है। नेपाल सीमा और जंगल से सटे इस क्षेत्र में लगातार हो रहे अवैध खनन से पर्यावरण को भी खतरा पैदा हो रहा है। मिट्टी के अवैध खनन से स्थानीय लोग भी परेशान हैं। पुलिस और प्रशासन इस अवैध खनन पर मूकदर्शक बना हुआ है। जब मीडिया द्वारा शिकायत किया गया तो खनन अधिकारी डॉक्टर अभय रंजन ने बताया कई टीम द्वारा जांच जारी है कि परमीशन से अधिक खनन किया गया है या नहीं उसके बाद कार्यवाही किया जाएगा।