कुशीनगर : सूख रही गन्ने की फसलो ने किसानों के अरमानों पर फेर रहा है पानी
दैनिक बुद्ध का संदेश
कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में प्रकृति की मेहरबानियों पर निर्भर अन्नदाता की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रहा है। उक्त क्षेत्र मे पिछले दो माह पहले से लगातार बारिश ने गन्ना की फसलों के साथ ही धान के भी फसलो को बर्बाद कर दिया है।
जिससे सैकड़ों एकड़ के क्षेत्रफल मे लगा हुवा गन्नें की फसले जलभराव की चपेट मे आ जाने से सुखकर बर्बाद हो रही है। खड्डा और छितौनी समिति क्षेत्र के लक्ष्मीपुर, नेबुआ नौरंगिया, पकड़ियार बाजार, पिपरा बाजार, सिंगहाँ बाजार, बलकुड़िया, सुरजनगर, परसौनी और नरायनपुर सहित अनेको गांवों में गन्ना की फसल सुखने से किसानों का काफी क्षति हुवा है। जिसके बजह से चीनी का कटोरा कहे जाने वाले इस क्षेत्र के हजारों किसानों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। क्षेत्र के किसान रामशंकर यादव, काशी भारती, बेच चौहान, अमीत यादव, बाबूराम यादव, नितेश पाडेण्य, हिरदेश यादव, विश्वजीत राय, प्रभंस पासवान और संजय शर्मा आदि ने बताया कि इस बार अच्छी आमदनी की उम्मीद मे गन्ने की खेती की थी, इस इलाके मे शीघ्र प्रजाति के नीचले इलाके मे बोयी जाने वाली गन्ने को लगाया गया था लेकिन इस बाढ़ और जलजमाव से गन्ना सुख रहा है। जिससे सब कुछ बर्बाद हो गया है। खेती कर मुनाफा कमा घर गृहस्ती चलाने, बच्चों की पढ़ाई, बिटियाँ की शादी, बीमारी व बैकों के लोन लेकर गन्ना बेचकर चकुता करने आस -पाले गन्ना किसानों के अरमान अब खेतों मे सुख रहें है। इस संम्बध मे जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल का कहना है कि जनपदीय बैठक मे गन्ना किसानों के सुखती फसल को लेकर जनप्रतिनिधियों की बैठक मे गन्ना, आम और लीची को फसल बीमा से कवर करने के लिए पत्र भेजा गया है। फसल बीमा लागू हो जाने के बाद किसानों को भरपूर लाभ मिलेगा।