थारू जनजाति क्षेत्र में व्यसन मुक्ति का संकल्प दिलाया गायत्री परिवार ने

बलरामपुर/पचपेड़वा। थारू बाहुल्य जनजाति गांव गोड़नी में पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति यज्ञ और भंडारे के साथ संपन्न हो गया।स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को संस्कार पूर्वक विद्यारंभ कराया गया। कार्यक्रम में आए प्रधानाचार्य संतोष त्रिपाठी और 50 वीं वाहिनी कंचनपुर सशस्त्र सीमा बल के कैलाश शर्मा का सम्मान टोली नायक श्रीराम भारती ने गुरुदेव का साहित्य और गायत्री मंत्र दुपट्टा प्रदान कर किया।चौबीस घरों में देवस्थापना कराई गई और लोगों ने व्यसन मुक्ति का संकल्प लिया। महेश शर्मा जी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि गायत्री महायज्ञ जैसे कार्यक्रमों से सीमा पर बसे गांवों में रह रहे लोगों के अंदर राष्ट्रीय चेतना जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है और नई ऊर्जा पैदा करती है, कार्यक्रम के अंतिम दिन यज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर स्थानीय जनजाति समाज के भाई बहनों ने यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र, रुद्र शिव मंत्र तथा विशिष्ट मंत्रों से आहुतियां समर्पित की और राष्ट्र, समाज को सबल बनाने की प्रार्थना की. इस अवसर पर गायत्री मंदिर पचपेड़वा के परिव्राजक रामकुमार जी, बालेश्वर जी, बलवान,अंगनू , अंगद प्रजापति और अजय चौधरी सहित तमाम लोगों की उपस्थिति सराहनीय रही।