बाढ़ आपदा जोखिम को कम करने को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न

सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ नगर जनपद के शुभम पैरड़ाइज होटल मे तकनीकी खोज एवं बचाव हेतु कार्यशाला का आयोजन कामनवेल्थ फाउंडेशन, सहभागी शिक्षण केंद्र लखनऊ के द्वारा गौतम बुद्ध जागृति समिति के नेतृत्व मे एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजन मे बाढ़ नदी कटान से प्रभावित क्षेत्र जोगिया ब्लॉक के अमरिया रीवानानकर मे विगत माह से चल रहे कार्यक्रम के तहत बाढ़ के दौरान बाढ़ के पश्चात, एवं बाढ़ के पूर्व समस्याओं पर जानकारी इकट्ठा सहभागी शिक्षण केंद्र के देखरेख मे फोकल परसन द्वारा सामुदायिक स्तर से इकट्ठा किया गया एवं प्रोजेक्ट के क्रम यह तकनीकी जानकारी उत्तर प्रदेश के 8 जनपद एवं विहार के 2 जनपद से किया गया जिसका प्रजेन्टेशन स्टेट कोर्डिनेटर दीपक प्रकाश द्वारा उपस्थिति अतिथि एवं सामुदाय के समक्ष किया गया और उन्हें अपने जीवन मे बाढ़ के दौरान समय समय पर प्रयोग करने बचने बचाने के लिए प्रेरित किया गया। प्रजेन्टेशन के पश्चात् उपस्थिति अतिथिगण द्वारा बाढ़ जैसे अहम मुद्दे पर अपनी अपनी राय रखने के लिए दीपक प्रकाश द्वारा आग्रह किया गया जिसमे उपस्थिति गण ने अपनी राय रखी। राणाप्रताप सिंह समाज सेवी जन चिंतक द्वारा जनपद सिद्धार्थ नगर प्रदेश का अति पिछड़ा जिला जो बाढ़ से हर साल प्रभावित होता है बाढ़ आने से यहां के लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है जिसका कोई भी उपाय यहां के जिम्मेदारो द्वारा नही ढूढ़ा जाता है जो चिंतनीय है। उमेश श्रीवास्तव द्वारा जनपद मे बाढ़ विभीषिका को अहम बताते हुए यह कि जनपद की 4 तहसीले जो अधिक बाढ़ से प्रभावित होती है जिसमे उसका बाजार जोगिया बाढ़ के दौरान संगम का रूप ले लेता है और यहां बाढ़ जून से अक्टूबर के मध्य कभी भी आ ही जाता है जिसका कोई उचित प्रबंधन शासन प्रशासन स्तर से नही किया जाता है जिसका खामियाजा जिले के लाखो लोग भुगतते है और उनके जीवन पर बड़ा प्रभाव बाढ़ डालकर चली जाती है जिससे उन्हें सुधरने पुरे वर्ष लग जाते है। सीमा मिश्रा प्रोफेसर ने बाढ़ से निपटने के लिए सामुदाय को बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जानकारी साझा किया जिसमे सबसे जरूरी बात पानी पीने के प्रबंधन पर जोर दी उन्होंने बताया मटका फिलटर बनाकर बाढ़ के दौरान अच्छा पानी पिया जा सकता मटका फ़िल्टर बनाने कि विधि भी बताया गया जो प्रेजेटेशन मे लोगों को बताया गया सीमा मिश्रा ने बाढ़ कि समस्या से निपटने के लिए पेड़ लगाने एवं जलाशय निर्माण सरकार द्वारा किया जाय तो बाढ़ से निजात मिल सकता है प्रकश डाला गया। डॉ शरदेंदु प्रोफेसर सिद्धार्थ विश्व विद्यालय सिद्धार्थ नगर द्वारा बाढ़ के समस्या बाढ़ को कम करने को लेकर आड़े हाथो सरकार एवं यहां के जन प्रतिनिधि को लेते हुए जिम्मेदार बताया यह कि बाढ़ एक जटिल प्रक्रिया है और यह केवल सिद्धार्थ नगर ही नही देश प्रदेश के अन्य देश प्रदेश के लोग जूझते रहे और जूझ रहे लेकिन विदेशो ने इसका हल निकाला फिर हमारे देश मे इसका हल क्यों नही निकल रहा है। जापान देश मे दिन 3 बार भूकंप आता है फिर भी वहा लोगों को कोई छति नही पहुँचती है ऐसा क्यों है चीन देश 70ः बाढ़ मे डूब जाता रहा आज विकसित हो चूका है बाढ़ खत्म हो रही है।हम सबको पता बाढ़ केवल 4 माह रहती है यह भी पता है कब आती है फिर भी इसका हल क्यों नही निकल रहा है। हम यह भी जानते है इतिहास को सबसे ज्यादा नुकसान बाढ़ और आग से हुआ है फिर भी इसका हल नही निकाला जा रहा है या जिम्मेदार इसे खत्म करना ही नही चाहते। डुमरियागंज सांसद द्वारा वक्फ बोर्ड का पूरा नियम क़ानून लिख डाला गया लेकिन बाढ़ जैसे अहम मुद्दे इन्हे नजर ही नही आती चौथी बार सांसद होने के बावजूद भी इसका कोई हल नही निकाल सके इससे जाहिर होता है यह समस्या खत्म ही नही करना चाहते बल्कि यह समस्या समाधान के लिए खुद समस्या बने हुए है। विनय कांत मिश्रा ने गांव के सरकार पर जोर डालते हुए इससे निपटने का तरकीब बताया यह कि गांव के अगल बगल तालाबों नालो नदियों का गहरी करण किया जाय और अति सम्बेदन शील गांव क्षेत्र मे जो बंजर भूमि है वहा टीला बनाया जाय तो कुछ हद तक निजात बाढ़ से निपटने के लिए मिल सकती है। इसी क्रम गौतम बुद्ध जागृत सेवा समिति सचिव श्रीधर पाण्डेय द्वारा बाढ़ जैसे अहम मुद्दे पर वर्षाे का अनुभव साझा किया गया और आने वाले समय मे इससे निपटने के लिए जन समुदाय को जागरूक करने की बात कही गयी और इस पर आने वाले समय मे चिंतन मनन हो प्रशासन शासन पर प्रयास समुदाय स्तर से पहल हो सके प्रयास जारी रहेगा। इस दौरान उपस्थितिगण जन समुदाय श्याम दुलारी, सरिता, श्रीमती, श्रीदेवी, सूर्यमती राजेंद्र राम अचल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र अमरीय,रीवानानकर एवं गणमान्य राणा प्रताप सिंह, सीमा मिश्रा, शरदेंदु त्रिपाठी, दीपक प्रकाश एस एस के, रविन्द्र कुमार फोकल परसन एस एस के खरीदन प्रसाद गौतम बुद्ध जागृत सेवा समिति सहित अन्य लोग उपस्थिति रहे।