प्रवचन में हुआ सतीआत्म दाह कि कथा

कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया विकास खण्ड के लक्ष्मीपुर गांव स्थित नवनिर्मित शिव मंदिर परिसर में चल रहे नौदिवसीय रुद्र महायज्ञ के चौथे दिन कथा व्यास ने अपने प्रवचन में भक्तजनों को शिव पुराण से माँ सती की आत्मदाह,बिलभद्र की उतपति तथा सती के पिता राजा दक्ष के सिर काटने की कथा का रसपान कराया।रात्रि में हुए रामलीला में तड़का वध, महर्षि विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा व राजा जनक के आमंत्रण पर जनकपुर प्रस्थान का मंचन किया गया। उक्त महायज्ञ में प्रवचन करते हुए कथा व्यास प्रभावित जी ने कहाvका आग्रह करने लगी।महादेव जी के लाख समझने पर भी वे यज्ञ में आने की बात पर अड़ी रही थकहार कर महादेव जी उन्हें यज्ञ में जाने की अनुमति दे दिए।यज्ञ में पहुच कर सती अपने को बहुत अपमानित महसूस की और उसी यज्ञ कुंड में कूदकर अपना आत्म दाह कर ली।व्यास जी ने अपने कथा कहा कि उक्त प्रसंग से हमे यह सीख मिलती है कि कोई अपना कितना भी खास हो बिना बुलाए नही जाना चाहिए।इस दौरान प्रधान संघ के उपाध्यक्ष धीरज तिवारी, संयोजक रामछवीला पाण्डेय,श्री कृष्ण जयसवाल हिरदेश यादव सुर्यनारायण यादव नथुनी राजभर राजभर पुजारी जी, श्रीनिवास मद्धेशिया रामनरेश मद्धेशिया छोटे लाल राजभर सरदार जी गम्भा राजभर वकील राय आदि लोगों मौजूद रहे।v