बलरामपुर : फर्जीवाडे से मदरसा शिक्षा बोर्ड की साख पर लग रहा धब्बा,जॉच की मांग
दैनिक बुद्ध का सन्देश
तुलसीपुर/बलरामपुर। एक तरफ बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्ति पा चुके तकरीबन 15 हज़ार सहायक अध्यापकों की जांच चल रही है। वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड में भी लगातार शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में फर्जीवाड़े चल रहे हैं। बलरामपुर जिले उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद के तहत 25 मदरसे अनुदानित हैं। जिनमें जमकर भ्रष्टाचार देखने को मिलता रहता है। खासकर मैनेजमेंट और मदरसा बोर्ड द्वारा नियुक्ति पाने वाले अध्यापकों के मामले में। जिले में मदरसा बोर्ड के तहत संचालित होने वाले मदरसे भी इससे अछूते नहीं है यहां भी फ़र्ज़ी शिक्षकों की भरमार है। जिले के कई मदरसों में तैनात शिक्षकों के बारे में जागरूक नागरिकों ने शिकायत कर रखी है कि इनकी नियुक्ति कहीं ना कहीं से फर्जी है या तो शिक्षकों ने फर्जी अंक पत्रों व प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी हासिल की है। या मदरसा मैनेजमेंट की कृपा से मदरसा नियमावली के नियमों को दरकिनार करते हुए इन्हें नौकरी दी गई है।
लेकिन अधिकारियों और बाबुओं की मिलीभगत के कारण ना तो समय से इनकी जांच हो पाती है और ना ही इन पर कार्रवाई हो पाती है। दूसरा मामला-जिले के तुलसीपुर तहसील मुख्यालय के जरवा रोड स्थित एक मदरसे में भी फर्जी अंकपत्रों के सहारे नियुक्ति पाने का मामला प्रकाश में आया है। जन सूचना के जरिए पता चला है कि मदरसा दारुल उलूम अतीकिया में सहायक अध्यापक तहतानिया के पद तैनात सिराज अहमद ने अपने श्आलिमश् होने का प्रमाण पत्र व अंक पत्र फर्जी तरीके से बनवाया है। उन्होंने जिस मदरसे से आलिम होने का प्रमाण पत्र लगाया है। उस मदरसे में ना तो इनका नाम लिखा मिला, ना हीं इनका एग्जामिनेशन फीस जमा मिला। साथ ही मदरसा बोर्ड द्वारा आलम का इम्तिहान देने के लिए इन्हें कोई प्रवेश पत्र भी जारी नहीं किया गया है। उस्मान अहमद ने मुख्यमंत्री समेत अन्य अधिकारियों को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि सिराज अहमद पुत्र मुस्तफा खान सहायक अध्यापक तहतानिया के पद पर मदरसा दारुल उलूम अतीकिया, जरवा रोड तुलसीपुर मैं तैनात है। इन्होंने कूट रचित तरीके से आलिम का अंक पत्र हासिल करके नियुक्ति पाई है। ये 7 वर्षों से तथ्यों का गोपन कर अनियमित तरीके से वेतन का भुगतान ले रहे हैं। शिकायतकर्ता उस्मान अहमद ने आरोप लगाया है कि जन सूचना के तहत पता चला है कि मदरसा जामिया मदारुल उलूम बिशुनपुर टांटनवा की, जो डिग्री इन्होंने लगाई है, वह फर्जी है। सिराज अहमद द्वारा उक्त योग्यता हेतुदर्शित परीक्षा केंद्र से आवेदन ही नहीं किया। ना ही आलिम आवेदन पंजीकरण संख्या 00442739 तथा अनुक्रमांक संख्या 3050069 हेतु कोई परीक्षा शुल्क ही जमा किया। इसके साथ ही इनके सापेक्ष ना कोई प्रवेश पत्र, डेस्क स्लिप, अटेंडेन्स शीट इत्यादि मिला है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि मदरसा सेवा नियमावली 2016 के अनुसार किसी वित्तीय सहायता प्राप्त मदरसे में तैनात शिक्षक या शिक्षणेत्तर कर्मी, किसी अन्य मदरसे का सदस्य नहीं हो सकता है। लेकिन सिराज अहमद जामिया अनवारुल उलूम नई बाजार की सोसाइटी के अध्यक्ष भी हैं। तीसरा मामला-वहीं, जब हमने इस मामले पर जानकारी और कार्रवाई के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक़्फ़ अधिकारी आशीष द्विवेदी से बात की तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा मामले को संज्ञान में लाया गया है। मामले की जांच करवाई जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सहायक अध्यापक सिराज अहमद के खिलाफ हुई अन्य शिकायतों पर जब हमने कार्रवाई की प्रगति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में मैंने विभाग का चार्ज लिया है। पिछले आरोपों के बारे में जानकारी नही है। फिर जांच करवाई जा रही है। कार्रवाई की जाएगी।