भलुही में श्री रूद्र महायज्ञ एवं बनकटा में श्री श्री 108 श्री शतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ

कुशीनगर/कप्तानगंज। स्थानीय ग्राम भलुही में जहां माँ काली के परिसर में नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ का एवं बनकटा भरपूर्वा में श्री श्री 108श्री शतचंडी महायज्ञ के लिए भब्य कलश व शोभा यात्रा आज निकाला गया। प्राप्त समाचार के अनुसार विकास खंड कप्तानगंज के ग्राम सभा भलुही में स्थित काली माता के प्रांगण में आयोजित श्री रुद्र महायज्ञ की कलश व शोभा यात्रा में हजारों नर नारियों के बीच डीजे और ट्रैक्टर ट्रालियों संग दो पहिया वाहनों के काफिलों के साथ निकाली गई यह यात्रा यज्ञ स्थल से निकल कर गाँव के रास्ते बोदरवार और देवकली उर्फ चकिया होते हुए कप्तानगंज – पिपराइच मुख्य मार्ग को पकड़ कर साखोपार नहर पर पहुचीं जहाँ पर अपने अन्य विद्धवानों के संग यज्ञाचार्य राहुल मिश्रा द्वारा उच्चारित वैदिक मंत्रों के बीच प्रमुख यजमान सपत्नी रामेश्वर व अन्य यजमान सपत्नी रामरतन शर्मा, उर्मिला देवी पत्नी लुटावन शर्मा सहित 501 कुवारी कन्याओं द्वारा कलश में जल भरा गया। और पुनः यह यात्रा बड़हरा बाबू, भलुही चौराहा होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुँचा जहाँ पर कलश स्थापना के साथ श्री रुद्र महायज्ञ प्रारम्भ हो गया। यात्रा के संयोजन में आयोजक मंडल के अध्यक्ष विनय कुमार गौतम, कन्हैया प्रसाद, मिट्ठू गौतम राजकिशोर विश्वकर्मा, जितेंद्र यादव, हृदयप्रकाश दूबे, वीरेंद्र पाण्डेय, हरिनरायन तिवारी, सौरभ पटेल, सुरेंद्र पटेल, संपूर्णानंद तिवारी, धीरेंद्र पटेल, अमरेंद्र पटेल, मृत्युंजय शर्मा, अरुण सिंह, अनुराग उर्फ सत्यम दूबे, गोपाल पटेल, प्रीतम पाण्डेय, रामसवारे यादव सहित आदि ग्रामीण जहाँ उपस्थित रहे। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंसूरगंज चौकी पुलिस भी मुस्तैद रही। इसी तरह विकास खण्ड मोतीचक के ग्राम बनकटा भरपुरवा में स्थित काली माता के परिसर में आयोजित श्री श्री 108रूद्र महायज्ञ के लिए कलश शोभायात्रा निकाला गया । यह कलश शोभायात्रा मठिया, मोहन मुंडेरा, पोखरभिंडा होते हुए तुर्कहा के तलैया मंदिर पर पहुंच ताल से जलभराव कर कोड़रा होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंचा। मुख्य जजमान राजकुमार गुप्ता व योगाचार्य ओमकार नाथ पांडेय हैं। इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नर्वदा सिंह, डा राजेश सिंह, अशोक कुमार गौड़,संदीप गुप्ता, अशोक सिंह, हरि राजभर, सीरी सिंह, भोजराज, बाबूलाल, अद्या सिंह, केदारनाथ शुक्ल, प्रेम, नंदू, रामसमुझ आदि उपस्थित थे।