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उत्तर प्रदेशसिद्धार्थनगर

शोहरतगढ़ सीएचसी के तीसरी बार नये अधीक्षक बने डॉ0 सौरभ चतुर्वेदी,पहले से ही लगा है लाखों रुपये के गबन का आरोप?

शोहरतगढ़़, सिद्धार्थनगर। जनपद सिद्धार्थनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ लगातार सुर्खियों में चल रहा है। शोहरतगढ़ सीएचसी एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ के अधीक्षक डा0 ए0के0 भारती बदले गये और डॉ0 सौरभ चतुर्वेदी तीसरी बार अधीक्षक बनाया गया। आपको बता दें कि जिस डॉक्टर के ऊपर पहले से ही लगा लाखों रुपये का गबन का मामला व उनके ऊपर जांच भी चल रही है और डा0 सौरभ चतुर्वेदी का दो बार तबादला भी हो चुका है, उन्ही डॉक्टर साहब को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिद्धार्थनगर ने तीसरी बार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ का अधीक्षक बना दिया है, सोचनीय विषय है। आखिरकार किसके इशारे पर डा0 सौरभ चतुर्वेदी को तीसरी बार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ का अधीक्षक बनाया गया है, जिनके ऊपर कई मामलों को लेकर जांच चल रही है और आशाओं द्वारा स्थानीय विधायक से डा0 सौरभ चतुर्वेदी से नशा करने व नशे की हालत में ड्यूटी करने हेतु कार्रवाई की मांग की है। यह सब बातें समझ से परे है। कहीं ऐसा तो नहीं की वित्तीय वर्ष 2024-2025 खत्म हो रहा है और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ के खाते में लाखों रुपये पेमेन्ट के लिए आये हुए हैं और इस बजट के पैसे के लिए इतना गोलमाल किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व डॉ0 सौरभ चतुर्वेदी का दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गये थे और वर्तमान समय में भी वह काम करने के लायक नहीं है। पूरे जिले में अकेले ही एनेस्थीसिया के डॉक्टर हैं, जबकि मेडिकल कॉलेज में ही ऑपरेशन से प्रसव का मामला बिना एनेस्थीसिया के डॉक्टर के कारण रेफर कर दिया जा रहा है। उक्त बातें सोचनीय है। अब सवाल यह उठता है कि जब पूरे जिले में अकेले ही एनेस्थीसिया के डॉक्टर हैं और वर्तमान समय में भी डा0 सौरभ चतुर्वेदी काम करने के लायक नहीं है तो उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ जैसे महत्वपूर्ण केन्द्र का अधीक्षक कैसे बना दिया गया। जबकि उनके ऊपर कुछ आशाओं ने आरोप भी लगाया है कि यह शराब के नशे में प्रसुताओं को बेहोश करते हैं और आये दिन नशे में रहते हैं क्या इस जिले मे ऐसा कोई सीनियर डॉक्टर नहीं है जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ का अधीक्षक बन सके? अब दिलचस्प बात यह होगी कि डॉक्टर सौरभ चतुर्वेदी कितने दिनों तक यहां के अधीक्षक के पद पर रहेंगे? जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शोहरतगढ़ मे व्याप्त शिकायत और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।

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