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अम्बेडकरनगर : ग्राम पंचायत सचिव जयनरायण यादव ने किया गया जमकर भ्रष्टाचार,जांच करने के बदले उन्हें बचाने में लगे हैं अधिकारी

दैनिक बुद्ध का संदेश/अर्पित सिंह श्रीवास्तव
अम्बेडकरनगर। ब्लाक बसखारी के अंतर्गत औझीपुर ग्राम सभा के पंचायत सचिव जय नारायण यादव थे, जिनके भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रार्थी नृपेंद्र सिंह पुत्र राघवराम सिंह निवासी ग्राम धौरहरा ने 25/9/24 को जिला अधिकारी के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया था, ग्राम पंचायत सचिव जय नारायण यादव द्वारा काफी भ्रष्टाचार किया गया है। जिसका जांच अधिकारी जयंत यादव को नामित किया गया है, जो इसी कलेस्टर के नववर्तमान ग्राम पंचायत सचिव हैं जबकि दोनों एक ही समुदाय (यादव समाज) के हैं, और एक ही पोस्ट पर कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री आवास में ले देकर बिना आवास कंप्लीट हुए आवास का कंप्लीट पेमेंट कर दिए थे, जिसकी जांच में सत्यता पाई गई, तद उपरांत उन्हें निलंबित कर दिया गया, उसके बाद पंचायत के सभी अधिकारी भ्रष्ट ग्राम पंचायत सचिव को बचाने में लगे हुए हैं। और उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार न उजागर हो इसलिए नववर्तमान ग्राम पंचायत सचिव जयंत यादव को उनकी भ्रष्टाचार से संबंधित जांच कर रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी दी गई है। एक ग्राम पंचायत सचिव को दूसरे ग्राम पंचायत सचिव के भ्रष्टाचार किए जाने के बाबत जांच देना न्याय उचित नहीं लगता आधिकारिक तौर पर कितनी पारदर्शिता से उनके द्वारा भ्रष्टाचार की जांच कि जा सकेगी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, फिर हाल में एक कहावत है कि चोर चोर मौसेर भाई वाली कहावत चरितार्थ हो रहीं हैं। जयंत यादव नए आगंतुक पंचायत सचिव के लिए भ्रष्टाचार से भरा हुआ कलेस्टर कितना सुगम होगा, यह तो समय बताएगा। आगे अभी और भी अपने कार्यकाल में जय नारायण यादव द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य स्थान पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है, बिना कार्य कराए हुए पैसा निकल गया है, जल्द ही प्रमाण सहित उजागर किया जाएगा, जिस पर मीडिया की पैनी नजर बनी हुई है। देखना यह है कि अब अधिकारी निष्पक्ष जांच करेंगे या फिर एक भ्रष्टाचारी अधिकारी को बचने के लिए खुद अधिकारी भ्रष्ट होंगे।

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