गोरखपुर        महराजगंज        देवरिया        कुशीनगर        बस्ती        सिद्धार्थनगर        संतकबीरनगर       
अम्बेडकरनगरउत्तर प्रदेशदेशब्रेकिंग न्यूज़राज्य

अम्बेडकरनगर : बसपा नेता सुधा वर्मा भाजपा में शामिल डिप्टी ब्ड ने दिलाई सदस्यता

दैनिक बुद्ध का संदेश
अम्बेडकरनगर। बसपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा वर्मा ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर भाजपा का दामन थाम लिया है। आपको बता दे मंगलवार का दिन सियासत में बेहद खास रहा। भाजपा प्रदेश कार्यालय पर बसपा कांग्रेस, कुछ अन्य दलों के नेता भाजपा में शामिल हुए। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसी क्रम में बसपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा वर्मा को भाजपा की सदस्यता दिलाई।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा ज्वॉइन करने वाले सभी नेता चुनाव प्रचार में उतरेंगे और भाजपा की नीतियों को भी लोगो तक पहुंचाएंगे। पाठक ने कहा कि गैर दलों से आए इन सभी कार्याकर्ताओं का भाजपा में सम्मान है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी सुधा वर्मा ने लोकसभा चुनाव में बसपा को झटका देते हुए अपने दल बल के साथ भाजपा का दामन थाम लिया।

सुधा वर्मा मौजूदा ग्राम प्रधान, पूर्व प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ भाजपा में शामिल हुई। इस मौके पर उदय प्रताप वर्मा ग्राम प्रधान भवानीपुर, ओमकार वर्मा ग्राम प्रधान ककराही, अरुण कुमार वर्मा, राकेश विश्वकर्मा, अमित वर्मा, सुशील गौड़ बीडीसी, रंजीत वर्मा पूर्व बीडीसी, राम कपिल वर्मा पूर्व प्रधान, रितेश वर्मा पूर्व प्रधान ,चंदन वर्मा, शिम्पी वर्मा, महेंद्र वर्मा, चंद्र प्रकाश वर्मा, कुलदीप वर्मा, प्रमोद वर्मा, खुशीराम वर्मा, संतोष वर्मा, प्रदीप वर्मा, रमेश वर्मा, शिवनाथ प्रजापति, गौतम राना, दिलीप निगम, सुरजीत राना समेत सैकड़ो समर्थक बीजेपी में शामिल हुए।

बाक्स……….सुधा वर्मा के भाजपा ज्वाइन करने के बाद राजनीतिक गलियारों में मचा हलचल

बसपा नेता सुधा वर्मा के बीजेपी में शामिल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गया है। एक तरफ देखा जाए तो बसपा की वरिष्ठ नेता के रूप में सुधा वर्मा जानी जाती थी। भाजपा में शामिल होने के बाद बसपा को नुकसान हुआ। वहीं दूसरी तरफ अगर बात करें तो लोकसभा चुनाव के सपा प्रत्याशी लाल जी वर्मा को भी काफी नुकसान भाजपा में शामिल होने के बाद हुआ है। चुनाव में कुर्मी वोटरों पर कही न कही से जरूर प्रभाव पड़ेगा। लगातार जनपद में चुनाव से पहले जिस तरीके से नेताओं के द्वारा सपा बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इससे कहीं न कहीं राजनीतिक गलियारों में हलचल देखने को मिल रही है।

Related Articles

Back to top button