सिद्धार्थनगर : चीनी अतिक्रमण को लेकर डुमरियागंज के युवाओं में दिखा गुस्सा
दिलीप श्रीवास्तव/दैनिक बुद्ध का सन्देश
डुमरियागंज/सिद्धार्थनगर। पिछले दिनों 9 दिसंबर की सुबह घटी एक घटना ने पूरे भारत को गुस्से में ला दिया। एक बार फिर चीनी ड्रैगन ने अपने दुस्साहस और विस्तारवादी नीति का परिचय देते हुए भारतीय राज्य अरुणाँचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने के इरादे से 300 सैनिकों के साथ घुसपैठ करने की कोशिश की जिसे भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस से नाकाम कर दिया। इससे पहले भी चीनियोँ ने कई बार इस तरह का दुस्साहस किया था लेकिन वो हर बार पिट कर भागे। इससे पहले चीनियोँ ने डोकलाम और गलवान में सीमा रेखा को बदलने के इरादे से घुसपैठ की कोशिश की थी, लेकिन इन जगहों पर भारतीय सैनिकों के शौर्य के आगे चीनी ड्रैगन को अपने घुटने टेकने पड़े। अब तवांग क्षेत्र में चीनियों के इस दुस्साहस से पूरे भारत में गुस्से की लहर है, जहां राजनीतिक पार्टियां सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर रही हैँ और लगातार सख्त कार्यवाई की मांग कर रही हैँ तो वहीँ देश का युवा भी आर पार के मूड में दिखाई पड़ रहा है।
दैनिक बुद्ध का सन्देश की टीम ने इस मामले को लेकर ज़ब डुमरियागंज के युवाओं से बात की तो उनका गुस्सा खुल कर सामने आ गया द्यराजन गारमेंट्स के नाम से अपनी शॉप चला रहे है राकेश उर्फ़ लाडले ने चीन की इस हरकत को कायराना करार देते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों के आगे चीनी सैनिक बच्चे हैँ। उन्होंने सरकार से सख्त कार्यवाई की मांग करते हुए कहा कि अब देश आर्थिक और सैन्य दृष्टि से काफी मजबूत हो गया है। ये 1962 वाला भारत नही है इसी तवांग में ज़ब चीनी सैनिकों के साथ हाथपायी हुई तो हमारे सिर्फ 6 सैनिकों को बहुत हल्की चोटेँ आयीँ लेकिन डरपोक चीनी सैनिकों के गंभीर रूप से घायल सैनिकों की संख्या 10-12 थी। इसी से भारतीय सैनिकों के पराक्रम का अंदाजा लगाया जा सकता है। तो वहीँ समाजसेवी और वास्तु एवं ज्योतिष विशेषज्ञ मिलिंद मिश्रा ने भी अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि आज डीआरडीओ और इसरो की वजह से हमारे पास दुनिया की सबसे ख़तरनाक मिसाइलेँ मौजूद हैँ, इतना ही नहीं रसिया से लिया गया। एस -400 डिफेन्स सिस्टम और राफेल के साथ के -4 और ब्रह्मोस जैसी खतरनाक मिसाइल मौजूद है साथ ही नरेन्द्र मोदी के रूप में सख्त निर्णय लेने वाला प्रधानमंत्री भी है फिर सरकार कठोर कदम क्यों नही उठा पा रही है। हालांकि उन्होंने मोदी सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि आने वाले समय में सरकार चीनियों को सबक जरूर सिखाएगी द्यकुछ इसी तरह का गुस्सा स्टार मोबाइल शॉप के ऑनर मनोज ने भी दिखाया और उन्होंने सरकार से चीन के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग तो की ही साथ ही वो राजनीतिक पार्टियां जो सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर रही हैँ उनको आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस को सरकार से प्रश्न करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है द्यक्योंकि भारत 1962 का युद्ध सरकार की वजह से हारा था, आज भारत का एक बड़ा भूभाग चाइना ने अक्साई चीन के रूप में कब्ज़ा कर रखा है तो वो भी कांग्रेस की देन है, भारत आज वीटो पावर से वंचित है सिर्फ कांग्रेस की वजह से इतना ही नहीं ज़ब गलवान में भारतीय और चीनी सैनिक आमने सामने थे तो राहुल गाँधी रात के अँधेरे में चीनी अम्बेसडर से क्या जानकारी लेने गए थे। फिर आज कांग्रेस किस मुँह से सरकार पर सवाल खड़ा कर रही है। मनोज ने भारतीय सैनिकों के शौर्य को नमन करते हुए मोदी सरकार पर भरोसा जताया और कहा कि हमें पूरी उम्मीद है मोदी सरकार चीन की इस गुस्ताखी का जवाब बहुत जल्द देगी।