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गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है, उमाकान्त मिश्रा, सोनभद्र
गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है, छात्रों ने उपहार भेट कर गुरुजनों का किया सम्मान , कसया खुर्द गांव स्थित हंस वाहिनी इण्टर कालेज परिसर में सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर माध्यमिक शिक्षक महासभा के वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी उमाकांत मिश्र ने स्कूल प्रांगण में देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अपर्ण किया। इसके बाद स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गीत व सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुवात की। विद्यालय के प्रबंधक राजेश कुमार मिश्र द्वारा कालेज के शिक्षको को उपहार एवम माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य /शिक्षक नेता उमाकांत मिश्र ने बच्चो को संबोधित करते हुए कहा कि आज 5 सितम्बर को शिक्षकों के सम्मान और उनके प्रति आभार ब्यक्त करने के लिये शिक्षक दिवस मनाया जाता है ।उन्होंने कहा गुरु-शिष्य की परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है ।जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण इतिहास में दर्ज हैं। शिक्षक उस माली के समान है,जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है। जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है। आज शिक्षा को हर घर तक पहुंचाने के लिए तमाम सरकारी प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षकों को भी वह सम्मान मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है। विद्यार्थियों और शिक्षक दोनों का ही दायित्व है कि वे इस महान परंपरा को बेहतर ढंग से समझें और एक अच्छे समाज के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें।इस दौरान विद्यालय के शिक्षक राजेंद्र प्रसाद पांडेय, अरूण पति त्रिपाठी, चंद्र कांत मिश्र, सन्तोष कुमार,डा मनोज कुमार, ऋषिकेश लाल, कमलेश मौर्य, वसीम अकरम, सुरेश यादव,सुमन,शैलमति,प्रियंका आदि उपस्थित रहे।
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