आंगनबाड़ी केन्द्र समाज के लिए बेहद अहम हैं: राज्यपाल उ0प्र0

सिद्धार्थनगर। आंगनबाडी केन्द्रों को सक्षम एवं संसाधन सम्पन्न बनाने की एक सशक्त पहल के अन्तर्गत आंगनबाड़ी संसाधन किट वितरण राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनन्दी बेन पटेल द्वारा गौतम बुद्ध प्रेक्षागृह सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में किया गया। इस अवसर पर विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह, कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु प्रो0 कविता शाह, जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0, पुलिस अधीक्षक डा0 अभिषेक महाजन, मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार उपस्थित थे। इस अवसर पर सर्वप्रथम जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 द्वारा राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनन्दी बेन पटेल को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह, कुलपति सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु प्रो0 कविता शाह को भी पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात शिवपति इन्टर कालेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं कपिलवस्तु गीत प्रस्तुत किया गया तथा आंगनबाड़ी केन्द्र रमवापुर, बर्डपुर नं0-7 के बच्चों द्वारा कविता एवं गिनती आदि सुनाया गया। इसके पश्चात स्नातक की छात्रा कलावती द्वारा दहेज प्रथा एव स्नातक के छात्र सर्वज्ञ गौड द्वारा विकसित भारत पर अपने विचार प्रस्तुत किये गये। राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनन्दी बेन पटेल ने आंगनबाड़ी और परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के नृत्य और अभिनय की प्रशंसा की और कहा कि इन बच्चों के प्रदर्शन ने सभी को अभीभूत किया है। हमें इन्हीं प्रतिभाशाली बच्चों को तैयार प्रधानमंत्री जी के सपनों के अनुरूप विकसित भारत की संकल्पना को साकार करना है। इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चा आंगनबाडी केन्द्र और विद्यालयों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र समाज के लिए बेहद अहम हैं। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को न सिर्फ पढ़ना-लिखना सिखाया जाता है, बल्कि उनके पोषण का भी ध्यान रखा जाता है। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण द्वारा प्री स्कूल किट के बेहतर उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने इन केन्द्र पर बाल मनोविज्ञान को बढ़ावा दिये जाने की पर जोर दिया, ताकि बच्चों को बेहतर शैक्षणिक परिवेश प्राप्त हो और उनका व्यक्तित्व विकसित हो सकें। राज्यपाल ने कहा कि यह जनपद आर्थिक दृष्टि से कमजोर है। बच्चों के विकास हेतु आंगनबाडी किट दी जा रही है। मेरा प्रयास होता है कि जहां भी हम जाये वहां पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों को किट वितरण हो। अब तक उ0प्र0 में 30 हजार आंगनवाड़ी केन्द्रों पर किट पहुंच गई है। हमे संकल्प लेकर कार्य करना चाहिए। हमे अपना आचरण एवं व्यहार को शुद्ध रखना चाहिए। घर का माहौल जैसा होता है बच्चे बही सीखते है। अपने घर का वातावरण सही रखे जिससे बच्चों का सही विकास हो। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजनान्तर्गत ₹ 5 लाख तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। राज्यपाल ने निक्षय मित्रों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि आप लोगो ने टीबी के मरीजों को गोद लिया है। और उन्हें पोषण पोटली दिया है। टीबी मरीजों के घरों पर जाकर उन्हें जागरूक करे तथा प्रोत्साहित करें। आवास योजना, स्वामित्व योजना के अन्तर्गत घरौनी प्रमाण-पत्र दिया जा रहा है। सभी अधिकारी अच्छी तरह से नियमानुसार कार्य करें। कार्य में गड़बड़ी हो तो सुधार करें। अभियान चलाकर पात्र लाभार्थियों को भारत सरकार/प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को दिलायें। आप लोगों को समाज की सेवा करने का अवसर मिला है समाज की सेवा करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत 0-5 वर्ष के बच्चों को मातृ भाषा में पढ़ाना है। राज्यपाल उ0प्र0 द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बधाई दिया। विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही ने अपने सम्बोधन राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनन्दी बेन पटेल का स्वागत करते हुए कहा कि यहां से शान्ति का सन्देश पूरे विश्व में गया है। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा जो भी अनुमोदन हेतु फाइल प्रेषित की जाती है तो आपके द्वारा अनुमोदन प्रदान किया जाता है। पुनः राज्यपाल का स्वागत किया। जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 ने राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनन्दी बेन पटेल का स्वागत करते हुए बताया कि 29 दिसम्बर 1988 को जनपद का गठन हुआ है। जनपद सिद्धार्थनगर मे 14 विकास खण्ड, 05 तहसील, 02 नगर पालिका परिषद एवं 9 नगर पंचायत स्थित है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सिद्धार्थनगर की कुल जनसंख्या 2559 लाख है। सीएसआर योजनान्तर्गत संयुक्त चिकित्सालय में ट्रामा सेन्टर संचालित किया गया। जनपद अन्तर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शिशु मृत्यु दर में कमी लाने हेतु न्यू बार्न स्टेबिलाइजेशन यूनिट को पूर्ण रूप से क्रियाशील करते हुए नवजात का उपचार प्रारम्भ किया चुका है। मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु में कमी लाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा अभिनव प्रयोग के रूप में प्रत्येक ब्लाक स्तरीय चिकित्सा इकाई, मेडिकल कालेज एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में वार रूम की स्थापना करते हुए दक्ष स्टाफ की तैनाती करते हुए 24-7 के रूप में क्रियाशील किया जा चुका है, जिससे सभी गर्भवती माताओं एवं बच्चों की निगरानी एवं उपचार किया जा रहा है। जिला प्रशासन स्तर से पहल करते हुए जनपद के कुल 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को अतिरिक्त बजट के माध्यम से कायाकल्प/सुसज्जित किया जा रहा है। जिसके सापेक्ष 70 ग्राम पंचायतों में ओपेनजिम का कार्य पूर्ण एवं संचालित है। मनरेगा कन्वर्जेन्स द्वारा जनपद में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत 14 विकास खण्डों में 12 मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है। मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद में फेज 1 में कुल 75 अन्नपूर्णा भवन (राशन की दुकान) लक्ष्य के सापेक्ष 68 पूर्ण एवं संचालित हो गयें है। मनरेगा योजनान्तर्गत जनपद में फेज 2 में कुल 511 अन्नपूर्णा भवन (राशन की दुकान) लक्ष्य के सापेक्ष 272 स्थल का चयन कर कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन जनपद के विकास के लिए हमेशा कार्य करेगा। राज्यपाल उ0प्र0 श्रीमती आनन्दी बेन पटेल द्वारा 10 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट दिया गया। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के 10 लाभार्थी को कार्ड, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को पोषण पोटली 10 निक्षय मित्रों को प्रमाण-पत्र ग्रामीण आवास अभिलेख (घरौनी) 10 लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र तथा प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के 10 लाभार्थियों को संकेतिक चाभी दिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शीतल सिंह द्वारा राज्यपाल महोदया को बुद्ध प्रतिमा भेंट किया गया। जिलाधिकारी द्वारा राज्यपाल महोदया को काला नमक चावल किट भेंट किया गया। इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रजत कुमार चौरसिया, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा01) गौरव कुमार श्रीवास्तव अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी पीडी नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, डीडीओ गोपाल प्रसाद कुशवाहा, जिला पंचायत राज अधिकारी पवन कुमार जिला कार्यकम अधिकारी मनोज शुक्ला, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आशा व अन्य सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।