विशिष्ट बीटीसी 2004 को मिलना चाहिए पुरानी पेंशन का लाभ

सिद्धार्थनगर। विशिष्ट बी टी सी 2004 बैच के शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिए जाने का मसला सरकार की विवेकशीलता और न्यायपूर्ण निर्णय पर टिका हुआ है। हालांकि सरकार इस मुद्दे पर संवेदनशील है। मुख्यमंत्री पूर्व में ही सदन में शिक्षकों के लाभान्वित होने की आशा को जगा चुके हैं। दरअसल विशिष्ट बीटीसी 2004 चयन प्रक्रिया द्वारा नियुक्त शिक्षकों के पुरानी पेंशन प्रकरण पर विभागीय अधिकारियों द्वारा कुछ तकनीकी समस्या बता कर पेंशन से आच्छादित होने की दिशा में बाधा उत्पन्न की गई थी, तभी से विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन लगातार प्रयासरत है। इस क्रम में संगठन के पदाधिकारियों की अधिकारियों के साथ कई दौर की वार्ता हुई। अपने पक्ष को और मजबूती से रखने हेतु कई माननीय एम एल सी गण से संपर्क कर पुरानी पेंशन का लाभ पाने के प्रकरण और समस्या से अवगत कराया गया। विधायकमंडल ने इसे गंभीरता से लेते हुए सदन से लेकर अधिकारियों से कई दौर की वार्ता की। सदन में प्रश्न भी लगाया गया जिसका उत्तर निगेटिव रहा। चूंकि अधिकारी हमारे प्रकरण की गलत व्याख्या कर उच्च पटल पर रख रहे थे, ऐसे में प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पुनः प्रदेश के समस्त शिक्षक/स्नातक/स्थानीय निकाय के विधान परिषद सदस्यों (एम एल सी)से मिलकर प्रकरण को हल कराने का दबाव क्षेत्रीय स्तर की टीमों द्वारा किया गया। और निरंतर प्रयास भी जारी रहा है। तत्क्रम में हाल ही में कानपुर उन्नाव स्नातक विधायक अरुण पाठक, लखनऊ शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी, लखनऊ स्नातक विधायक अवनीश सिंह,आगरा एम एल सी डा.आकाश अग्रवाल, विधायक विल्लौर राहुल सोनकर,विधायक सभापति विपिन कुमार डेविड आदि आदि क्षेत्रीय एम एल सी गण से मुलाकात कर प्रकरण को हल कराने हेतु डाला गया। सदस्यगण ने प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए कल प्रमुख सचिव बेसिक दीपक कुमार से मुलाकात कर पेंशन देने में आ रही बाधा तत्काल दूर कर 40 हजार शिक्षक परिवार को पुरानी पेंशन से आच्छादित करने की बात कही।प्रमुख सचिव द्वारा विधायकगण के प्रतिनिधि मंडल को भरोसा दिलाया कि जल्द ही कोई रास्ता निकाला जाएगा। इसी क्रम में आगरा से शिक्षक विधायक डा.आकाश अग्रवाल सदन में फिर से प्रश्न पूछा। तीखे सवाल में माननीय मंत्री जी ने कहा कि यह लोग कोर्ट गए थे। कोर्ट ने इन्हें खारिज कर रखा है जिस पर माननीय एम एल सी महोदय ने उत्तर दिया किया कोर्ट मेमोरेंडम जारी होने के पहले का मामला है और न्यायालय ने यह कभी भी नहीं कहा कि यह लोग पुरानी पेंशन के हकदार नहीं है। प्रदेश सरकार इन्हें पुरानी पेंशन दे सकती है। यह प्रकरण 40 हजार शिक्षक परिवार से लोक हित से जुड़ा मामला है। एम एल सी प्रतिनिधि मंडल में माननीय एम एल सी मेरठ श्रीचंद शर्मा, संगठन के संरक्षक लखनऊ शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी, सभापति स्नातक विधायक लखनऊ अवनीश सिंह, सभापति मानवेन्द्र प्रताप सिंहएम एल सी अलीगढ़, सभापति धर्मेन्द्र भरद्वाज एम एल सी स्थानीय निकाय मेरठ, सभापति सुरेन्द्र चौधरी एम एल सी स्थानीय निकाय प्रयागराज, शिक्षक एम एल सी बरेली मुरादाबाद हरि सिंह ढिल्लों,एम एल सी अंगद सिंह स्थानीय निकाय बाराबंकी आदि विधान परिषद सदस्य गढ़ ने मजबूती से अपना पक्ष रखा आज भी कई स्तर पर प्रयास किया जा रहा है सदन से लेकर अधिकारियों के पटल तक कोई कोर कसर छोड़ी नहीं जाएगी। स्नातक एम एल सी कानपुर उन्नाव अरुण पाठक पूरी टीम के साथ प्रकरण को हल कराने में पूरा योगदान दे रहे हैं। संगठन समस्त माननीय विधायक गण का इस प्रयास के लिए साधुवाद देता है। विश्वास करता है कि इस समग्र प्रयास से प्रकरण का हल अवश्य निकलेगा। पैरवी के क्रम में अध्यक्ष संतोष तिवारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप चौहान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शालिनी मिश्रा, उपाध्यक्ष अभय मिश्रा, प्रदेश मीडिया प्रभारी विनीत कुमार सिंह, संगठन मंत्री शशि प्रभा सिंह, मीडिया प्रभारी सुशील यादव, सुशील रस्तोगी, सचिव राकेश तिवारी एवं अन्य क्षेत्रीय पदाधिकारियों आदि के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।