बोदरवार-पकड़ी-’श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु

कप्तानगंज,कुशीनगर। क्षेत्र के ग्राम सभा पकड़ी में आयोजित सा त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में चौथे दिन अयोध्या से आए हुए राधेश्याम शास्त्री महराज द्वारा श्रद्धालुओं को श्रीकृष्ण जन्मोत्स व का प्रसंग सुनाया गया। श्रीकृष्ण जन्म की कथा को सुन उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए प्विकास खण्ड कप्तानगंज के ग्राम सभा पकड़ी में सात दिवसीय संचालित श्रीमद्भागवत कथा में चौथे दिन श्रीकृष्ण जन्म की कथा श्रद्धालुओं को सुनाते हुए राधेश्याम शास्त्री जी महराज ने श्रीकृष्ण जन्म से लेकर गोव र्धन पूजा,गोपियों संग रासलीला, कंस बध रुक्मिणी विवाह की मा र्मिक कथा सुनाते हुए कहा कि युद्ध का समय हो या मिलन का दोनों लीला को ही दर्शाते हैं।यह जीवन ही रास लीला से जुड़ा हुआ है।सारा जीवन ही रास है। मनुष्य का जीवन विरोधी शक्ति यों पर ही टीका हुआ है।चारों त रफ आंखें उठाएं तो रासलीला ही हो रहा है।इसके अतिरिक्त और क्या हो रहा है।आकाश में दौड़ते हुए बादल हों,सागर की तरफ दौ ड़ती हुई सरिताएं हों,बीज फूलों की यात्रा कर रहे हों,या भंवरे गी त गाते हों,या पक्षी चहचहाते हों, या मनुष्य प्रेम करता हो,या ऋण और धन विद्युत आपस में आक र्षित होती हों या स्त्री और पुरुष की निरंतर लीला और प्रेम की क था चलती हो।अगर हम देखें तो रासलीला के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं हो रहा है।शक्ति जब दो हिस्सों में विभाजित हो जाती है। तब खेल शुरू हो जाता है।शक्ति का दो हिस्सों में विभाजित हो जा ना ही जीवन के समस्त पहलुओं पर खेल की शुरुआत होती है। शक्ति एक हो जाती है तब खेल बंद हो जाता है।शक्ति दो में बंट जाती है तो सृजन हो जाता है। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय विधायक विनय प्रकाश गौड़, प्रधान प्रतिनिधि आनंद सिंह, प्रधान शर्मिला सिंह,आशुतोष सिंह,विजय प्रताप सिंह,रामई श्वर सिंह,पूर्व जिला पंचायत सद स्या गंगोत्री देवी,पुर्व प्रधान नि क्कू लाल,ऊषा सिंह,अनामिका सिंह,सरोजनी सिंह,गीता सिंह, रामललित पटेल,गंगासागर पटे ललड्डू प्रसाद,छोटेलाल मद्धे शिया,राजनाथ गिरि,धोनी निषाद आदि ग्रामीणों संग सैकड़ों महि लाएं उपस्थित रहीं।