जनपद सिद्धार्थनगर में बीती रात एक-एक कर अचानक क्यों जल उठीं तीन कारें

सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय पर बीती रात अचानक दो कारें धू-धू कर जल उठीं। इससे पूर्व शाम को भी एक कार में आग लग चुकी थी। आग लगने के दौरान तीनों कारें ख़ड़ी थीं। तीनों घटनाओं को लेकर लोग हैरान हैं। इस मामले में पुलिस को सूचना दे दी गई है। सूत्रों द्वारा तीनों कारों के जलने से लगभग 15 लाख का नुकसान बताया जाता है। मुख्यालय स्थित मेडिकल कालेज के पीछे बसडिलिया मोहल्ले में शुक्रवार को घनश्याम चौधरी और अरुण मिश्र अपनी स्विफ्ट डिजायर और अल्टो कार खड़ी कर घर पर सो रहे थे। आधी रात को अचानक शोर सुनकर दोनों बाहर निकले, तो देख उन दोनों लागों की कारें धू-धू कर जल रहीं थी। यह देख लोगों ने तत्काल 100 नम्बर डायल कर घटना की सूचना दी। सूचना पर पुलिस पहुंची और ग्रामीणों के साथ मिलकर आग बुझाया। मगर जब तक दोनों कारें बुरी तरह से जलकर झुलस चुकी थीं। इससे पूर्व बसडिलिया के निकट ग्राम पोखरभिटवा में ग्राम प्रधान रुआब अली की कार भी उनके घर के निकट खड़ी थी। सायंकाल के लगभग 5 बजे अचानक उनकी स्विफ्ट डिजायर कार से भी आग की लपटें उठने लगीं। यह देख ग्रामीणों ने तत्काल जुटकर आग को बुझाया, मगर तब तक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। ग्रामीणों ने बताया कि आग कार की पेट्रोल टंकी तक पहुंच पाती इससे पूर्व ही बुझा दी गयी, वरना आबादी को भी नुकसान पहुंच सकता था। एक ही दिन लगातार तीन-तीन कारों के रहस्यमय ढंग से जलने की घटना क्यों हुई तथा उसके पीछे कौन है, इसको लेकर भांति-भांति के अनुमान लगाये जा रहे हैं। बसडिलिया की दोनों घटनाओं के बारें में कुछ आशंका लग रहे हैं कि शुक्रवार को कुछ बच्चे घटना स्थल के पास जुआ खेल रहे थे। इसे लेकर घनश्याम चौधरी ने बच्चों को डांटा भी था। कुछ लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि संभवतः उन्हीं लड़कों ने ही यह काम किया होगा। इसी आशय की तहरीर भी सदर थाने को दी गई है। लेकिन पोखरभिटवा के प्रधान की कार जलने के पीछे तो कोई इस प्रकार का छोटा कारण भी नहीं था। फिर भी उनकी कार जलायी गयी। फिलहाल इन तीनों कारों को जलाने का असली कारण क्या था? पुलिस इसकी जांच कर रही है।