अंबेडकरनगर : काले बादल बन रहे फसलों के लिए काल, कृषक कटाई में जुटे
अंबेडकरनगर : उमड़ते घुमड़ते बादल व बारिश की संभावना देखते हुए गेहूं की कटाई व मड़ाई का कार्य तेज हो गया है। दरअसल यदि बारिश होती है तो गेहूं की बाली काली पड़ जाएगी। साथ ही कटाई व मड़ाई में भी विलंब होगा। इससे उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।गेहूं की फसल के तैयार होने के साथ ही उसकी कटाई व मड़ाई का कार्य शुरू हो गया है। मालूम हो कि जिले में चार लाख से अधिक किसानों ने एक लाख 18 हेक्टेअर क्षेत्रफल में गेहूं की बोआई की है। किसानों के अनुसार इस बार फसल अच्छी है। अब जबकि फसल तैयार हो रही है तो कहीं मशीन तो कहीं मजदूरों द्वारा कटाई चल रही है।इन सबके बीच उस समय गेहूं किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उत्पन्न हो गई जब काले बादल उमड़ने घुमड़ने लगे। पूरे दिन बारिश की आशंका बनी रही। इसे देखते हुए गेहूं की कटाई के साथ साथ मड़ाई में तेजी आ गई। कुछ स्थानों पर तो गेहूं कटाई में मजदूरों के साथ साथ परिवार के सदस्य भी जुट गए। इसके अलावा मशीन से भी कटाई का कार्य तेजी से चला।
बरधाभिटरा के प्रदीप वर्मा व अकबरपुर के सुनील कुमार ने कहा कि गेहूं काटकर खलिहान में शुक्रवार देर शाम ही पहुंचा दिया गया था। पहले तो रविवार को मड़ाई का इरादा था लेकिन मौसम को देखते हुए शनिवार को ही मड़ाई कर दी। सोनगांव के गोकरन व अंधियरवा के सजीवन ने कहा कि यदि बारिश हुई तो गेहूं की बाली काली पड़ जाएगी। ऐसा होने पर उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।