गोंडा : ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत आठ महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
बिना कार्य कराए ही भुगतान को लेकर की गई शिकायत का नहीं हो रही सुनवाई को लेकर लगातार विभागीय अधिकारियों की लग रहे चक्कर
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोंडा। ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारी व ग्राम प्रधान की शिकायत आठ माह पहले जिला अधिकारी से किया गया था लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी शिकायत कर्ता को कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुआ शिकायत कर्ता ओम प्रकाश मिश्र पुत्र भागीरथी मिश्र निवासी ग्राम पंचायत कोचवा विकास खण्ड रूपईडीह के द्वारा 23 जून 2023 को जिलाधिकारी को सम्बोधित शिकायती प्रार्थना पत्र द्वारा अवगत कराया गया था कि ग्राम पंचायत कोचवा में निर्वमान ग्राम प्रधान स्व० राम रंग पाण्डेय एवं तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी नितिन यादव के द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग बिना पूर्ण किये ही पैसा भुगतान कर लिया गया है, वित्तीय वर्ष 2020-21 में पंचायत भवन निर्माण हेतु दोनों ने मिलकर लगभग बारह लाख रुपया अहरित कर लिया है कार्य पूर्ण नही कराया गया, सामुदायिक शौचालय निर्माण हेतु वित्तीय वित्तीय वर्ष 2019-20 में अधूरा कार्य कराकर पैसा निकाल लिया गया एवं सामुदायिक शौचालय के बगल से मातादीन के खेत तक बिना इण्टरलाकिंग कार्य कराये ही दो लाख चौदह हजार रुपया दिनांक 24 दिसंबर 2020 को दो किश्तों में निकाल कर आपस में बटवारा कर लिया गया, जबकि मौजूदा समय पर स्थल पर इण्टरलाकिंग कार्य नहीं है।
आवेदक द्वारा उक्त धनराशि ग्राम पंचायत के खाते में वापस कराये जाने हेतु दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही कराये जाने की मांग की गयी थी जिलाधिकारी के द्वारा शिकायती पत्र को संज्ञान में लेते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित कर कार्रवाई किए जाने के लिए कहा गया कि शिकायती बिन्दुगत प्रकारण को दृष्टिगत ग्राम पंचायत में वित्त आयोग मनरेगा अन्तर्गत कराये गये कार्यों का स्थलीय/अभिलेखीय जांच कराकर जांच जाख्या अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में उपलब्ध कराने का कष्ट करे जिससे सम्बन्धित प्रकरण में दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जा सके। जिससे सम्वन्धित शिकायत की निस्तारण कर आख्या जिलाधिकारी को प्रस्तुत किया जाए तथा शिकायत कर्ता को भी जानकारी दी जाएं लेकिन शिकायत कर्ता ने बताया कि आठ माह बीत जाने के बाद भी मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई। जिसकी जानकारी के लिए उच्च अधिकारियों से किए गए कार्य वाही की मांग किया है।