डुमरियागंज : भक्तों के उद्धार के लिए भगवान ने लिया अवतार
प्रभु कृष्ण का पाप खत्म करने के लिए हुआ जन्म
![](https://budhakasandesh.com/wp-content/uploads/2023/03/15-2-780x470.jpg)
दैनिक बुद्ध का सन्देश
डुमरियागंज,सिद्धार्थनगर। वार्ड नम्बर 13 लक्ष्मण नगर में श्याम लाल यादव के घर चल रहे श्री मद भागवत कथा के चौथे दिन श्री अयोध्या धाम से पधारे स्वामी उत्तम कृष्ण शांडिल्य महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुनायी। जिसमें उन्होंने भारी संख्या में उपस्थित जनसमूह को कथा के माध्यम से बताया कि ज़ब ज़ब धरती पर पाप बढ़ा है तब तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में जन्म लेकर धरती से पाप को खत्म किया है।
कंस के अत्याचार से ज़ब जनता त्राहि त्राहि कर रही थी तब भगवान विष्णु ने माता देवक़ी के कोख से आठवेँ संतान के रूप में जन्म लिया। कंस ने उससे पहले माता देवकी के 7 पुत्रों को मार दिया था भगवान कृष्ण के जन्म लेने के उपरांत मानो समय का पहिया रूक सा गया, भगवान विष्णु के कृष्ण रूप में जन्म लेने पर देवताओं ने भी पुष्प वर्षा की भगवान कृष्ण को जन्म भले ही माता देवक़ी ने दिया हो लेकिन उनको पालने पोसने का काम माता यशोदा ने किया था द्यभगवान कृष्ण जैसे जैसे बड़े होते गए उन्होंने अपनी लीला दिखानी शुरू कर दी और आखिरी में उन्होंने कंस का वध करके धरती से पाप का नाश किया द्यकृष्ण जन्म की इस शानदार प्रस्तुति पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रोता गण नाचने, गाने लगे। स्वामी उत्तम कृष्ण महाराज ने ज़ब एक दोहे ज़ब ज़ब होंहि धर्म के हानि, बाढ़ें असुर अधम अभिमनी, तब तब प्रभु धरें अधम शरीरा, हरहिँ पाप क़ह सज्जन पीरा के माध्यम से भगवान कृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया तो उपस्थित जनसमूह ने विभिन्न भक्ति मय नारों से पूरे वातावरण को गुंजायमान कर दिया द्यइस अवसर पर श्याम लाल यादव, राम चंद्र, अजय, विनोद, रवि, अनिल, अखिलेश, सूरज, राम अनुज गोपाल, समेत तमाम पुरुष और महिलाएं उपस्थित रहीँ।