अंबेडकरनगर : जनपद में पुलिस अधीक्षक ने आधा दर्जन से अधिक थाना अध्यक्षों के कार्य क्षेत्र में किया फेरबदल
कुछ थाना अध्यक्ष ऐसे है जिनको हाल ही में थानों का मिला था प्रभार उनके ऊपर भी चला तबादला एक्सप्रेस का हंटर
दैनिक बुद्ध का सन्देश
अंबेडकरनगर। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुंभ ने सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत आधा दर्जन से अधिक थाना प्रभारी के कार्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुनकर नगरी की तहसील टांडा के क्षेत्राधिकार सर्किल क्षेत्र के तीन थानों के थाना प्रभारी में ताबडत तोड बड़े फेरबदल की कारवाई किया है। पुलिस अधीक्षक कौस्तुभ ने टांडा क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाली कोतवाली टांडा को छोड़कर सभी थानों के थाना अध्यक्षों में बड़ा बदलाव किया अति संवेदनशील थाना अलीगंज थाना अध्यक्ष रहे अभय मौर्य को महरुआ थाना का प्रभारी बनाकर चार्ज दिया गया है।
आपको बता दें कि अभी गत कुछ माह पूर्व ही थाना अलीगंज थाना अध्यक्ष रहे अभय मौर्य को प्रभारी के रूप में चार्ज मिला था और ज्यादा दिन तक अलीगंज थाने का प्रभार नहीं देख पाए वहीं दूसरी तरफ हसवर थाना प्रभारी बेचू सिंह यादव को क्राइम ब्रांच में निरीक्षक के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है तथा इब्राहिमपुर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार पांडे को हंसवर थाने का चार्ज दिया गया है। आलापुर थाना अध्यक्ष गजेंद्र विक्रम सिंह को अति संवेदनशील थाना अलीगंज प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है वहीं सम्मनपुर प्रभारी निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी को इब्राहिमपुर थाना की जिम्मेदारी दी गई बताता चलूं की क्राइम ब्रांच में तैनात निरीक्षक राकेश कुमार को आलापुर कोतवाली का प्रभार दिया गया इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक ने राजेसुल्तानपुर थाना अध्यक्ष संत कुमार को सम्मनपुर थाने का प्रभारी बनाया गया तत्पश्चात महारुवा थाना अध्यक्ष विजय प्रताप तिवारी को राजेसुल्तानपुर थाने की जिम्मेदारी दी गई है उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने आठ थाना प्रभारी के कार्य क्षेत्र में अचानक भारी बदलाव किया है पुलिस महकमे के जानकारों का कहना है कि जनपद की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के प्रयास में बड़ा फैसला आला हकीम ने लिया है। सबसे बड़ी बात उक्त फेरबदल में कई थाना प्रभारी तो ऐसे हैं जिनका हाल ही में तबादला हुआ था और उनके ऊपर भी तबादला एक्सप्रेस का हंटर चल गया अब देखना या होगा कि क्या इन बड़े बदलाव से अपराध के ग्राफ में कमी आ पाएगी कि नहीं।