बाराबंकी : कैशलेस चिकित्सा बीमा के विरोध में जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
दैनिक बुद्ध का सन्देश
बाराबंकी। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के नेतृत्व में कैशलेस चिकित्सा बीमा के विरोध में संगठित होकर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय को सौंपा प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों में सरकार के दोहरे रवाइये से काफी आक्रोश दिखा मुख्यमंत्री ने दोबारा सरकार बनते ही शिक्षकों को 100 दिन के अंदर निःशुल्क कैसे लेश चिकित्सा बीमा उपलब्ध कराने की घोषणा की थी परंतु प्रीमियम चिकित्सा युक्त बीमा दिया जा रहा है जो शिक्षकों के साथ एक छलावा है।
महासंघ के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए जो कैशलेस चिकित्सा बीमा जारी किया गया है!जिसकी वार्षिक प्रीमियम 18000 से लेकर 76000 तक है। निजी कंपनियों द्वारा यह बीमा आधे दामों में उपलब्ध है जबकि राज्य कर्मचारियों को चिकित्सा बीमा निरूशुल्क दिया जा रहा है। चिकित्सा प्रीमियम युक्त बीमा कतई बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रीमियम युक्त चिकित्सीय बीमा वापस लेकर निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा बीमा उपलब्ध नहीं कराया जाएगा तो महासंघ वृहद आंदोलन के लिए बाध्य होगा। आज के प्रदर्शन में मुख्य रूप से शैक्षिक महासंघ के महामंत्री संतोष वर्मा,कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा, कोशे कोषा अध्यक्ष विवेक गुप्ता प्रांतीय कोषाध्यक्ष और संगठन मंत्री,पवन शंकर दीक्षित, यूटा के जिलाध्यक्ष आशुतोष, अटेवा के जिला संयोजक अमित वर्मा,विजय प्रताप सिंह पर्यावरण प्रेमी, जिला मीडिया प्रभारी अतुल दिवाकर, अंकित वर्मा, विनोद कुमार वर्मा, नीरज श्रीवास्तव, आदर्श त्रिपाठी एस.सी.एस.टी.जिला अध्यक्ष रामकिशुन, आदर्श त्रिपाठी, अभिषेक नाग, राजू श्रीवास्तव, अरुण वर्मा आदि तमाम शिक्षक उपस्थित रहे।