सिद्धार्थनगर : भारत और नेपाल 1850 किलोमीटर की सीमा साझा करते है- सांसद जगदंबिका पाल
दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने बुद्धवार को लोकसभा में नियम 377 के तहत ककरहवा सीमा और बढ़नी पर चेक पोस्ट बनाने का मुद्दा उठाया । सांसद ने कहा कि भारत और नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गौतम बुद्ध का जन्मस्थान हैं और जहाँ उनके पिता राजा शुद्धोधन और ग़ौतम बुद्ध ने अपने जीवन के 29 वर्ष बिताये। उन्होंने आगे कहा कि भारत के दूसरे ओर लुंबिनी और इस तरफ कपिलवस्तु है, जहां थाईलैंड, मलेशिया, जापान और चाइना जैसे देश से पर्यटक आते है। भारत और नेपाल 1850 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं और भारत परंपरागत रूप से नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है। सन् 2009 में, भारत और नेपाल की संयुक्त पहल के कारण दो देशों के बीच व्यापार और पारगमन को आसान बनाने के लिए नेपाल में बिहार सीमा के साथ बीरगंज और बिराटनगर में पहली एकीकृत चेक पोस्ट का निर्माण किया गया था।
सांसद ने आगे कहा कि भारत व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ 13 का निर्माण भी कर रहा है। वर्तमान में, नेपाल और भारत के बीच अधिकांश सीमा बिंदुओं पर सीमा शुल्क से संबंधित कार्यालय विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। इससे जरूरी कागजी कार्रवाई समय पर पूरा करने में दिक्कत हो रही है। सांसद ने कहा की सरकार बौद्ध सर्किट के मार्ग में व्यापार सुविधाओं को आसान बनाने के लिए ककरहवा सीमा और बढ़नी पर चेक पोस्ट बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद होगा। इसके साथ ही दोनों ओर के व्यापारी कम लागत पर वस्तुओं का आयात और निर्यात कर पाएंगे।