कानपुर: स्वतन्त्रता के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया
दैनिक बुद्ध का संदेश
कानपुर। नगर में 09 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव एवं देश के स्वतन्त्रता के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के सभागार में भारत की आजादी का अमृत महोत्सव का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में 1942 में भारत छोडो आन्दोलन के दौरान एक माह तक जेल में रहने वाले स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी श्री राजाराम द्विवेदी रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विधायक गोविन्द नगर सुरेन्द्र मैथानी के अलावा विधायक किदवई नगर महेश त्रिवेदी, विधायक बिल्हौर भगवती सागर एवं जिलाधिकारी आलोक तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी डा0 महेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक आउटर अष्टभुजा प्रसाद मौजूद रहे। कार्यक्रम में विधायक गोविन्द नगर सुरेन्द्र मैथानी ने उपस्थित स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवारीजनों, शिक्षकों व विधार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि हम सभी भाग्यशाली है जो आज देश की स्वतन्त्रता के 75वीं वर्षगांठ मना रहे है। उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान के बदौलत ही आज हम आजाद भारत में सांस ले रहे है। उन्होंने कहा कि वीर शहीदों के दिये गये बलिदान को नवीन पीढी को भी अधिक से अधिक जानकारी होनी चाहिए। युवा पीढी को देश की आजादी में अपने प्राणों की आहूति देने वालो के बारे में बतलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के इस अमृत महोत्सव को गौरवशाली क्षण को प्रेरक के रुप में प्रयोग करते हुये आने वाली युवा पीढी को बतलाये। उन्होंने कहा कि वीर शहीदों ने जुल्म सह कर देश को आजाद कराया। हमें इस स्वतन्त्रता व आजादी को अक्षुण्ण बनाये रखना होगा। विधायक किदवई नगर महेश त्रिवेदी ने कहा कि आज देश राष्ट्रभक्ति की ओर अग्रसर है। आजादी के बाद देश में राष्ट्रभक्ति का आन्दोलन बहुत धीमा रहा। लोगों में अपने पराये की विचारधारा रही। स्वतन्त्रता आन्दोलन को बढाने व बनाये रखने में सभी की आवश्यकता है। कर्मयोगी व्यक्ति ही प्रबलता की ओर बढता है। हम सब मिलकर अच्छे संस्कार व विचारधारा को आगे बढाते रहे। विधायक बिल्हौर भगवती प्रसाद सागर ने कहा कि सरकार ने देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ के मौके पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करके खोया हुआ इतिहास को याद करने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि अमर शहीदों की सोच पवित्र थी उनकी सोच व विचारधारा को हमें निरन्तर बनाये रखना होगा। उन्होंने काकोरी काण्ड के अमर शहीदों व वीर सपूतों को हृदय से श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि उनके बलिदान के कारण ही आज देश विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि हमें यह ध्यान देना होगा कि देश की स्वतन्त्रता में अपना अमूल्य योगदान देने वाले वीर शहीदों व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों व आश्रितों को कोई समस्या न होने पाये। कार्यक्रम में जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने कहा कि 08 अगस्त, 1942 को भारत छोडो आन्दोलन की शुरुआत हुई जिसके बाद देश की आजादी का आन्दोलन और प्रखर हुआ। स्वतन्त्रता आन्दोलन को बनाये रखने के लिये युवा वर्ग को आगे आकर कमान सम्भालनी होगी। उन्होंने कहा कि किताबों को पढने की प्रवृत्ति कम होती जा रही है। छात्रों व युवा पीढी को देश की आजादी के लिये मर मिटने वाले वीर शहीदों व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के बारे पढना चाहिये। क्रान्तिकारियों के बारे में जानने से सोच व समझ और बेहतर होगी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी राजाराम द्विवेदी को शाल पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के परिवारीजन में राम कुमार सिंह, जोगेन्द्र सिंह, विष्णु दीक्षित, सुमन दीक्षित, अखिलेश अवस्थी, अनिल त्रिपाठी, रमेश चन्द्र सविता, अशोक कमल, वैभव दीक्षित आदि को शाल भेंट कर महानुभावों ने सम्मानित किया। इस अवसर पर लखनऊ में राज्यपाल व मुख्यमंत्री के आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया। ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इण्टर कालेज जवाहर नगर की छात्राओं द्वारा देश भक्ति थीम पर आधारित संगीतमय प्रस्तुतीकरण की गयी। समूह नृत्य कार्यक्रम उठो जवान देश की बसुन्धरा पुकारती देश है पुकारता पुकारती मॉ भारती के माध्यम से सुन्दर प्रस्तुती की गयी। मुख्य अतिथि व जनप्रतिनिधियों द्वारा कार्यक्रम से पूर्व दीप प्रज्जवलित कर व गणेश शंकर विद्यार्थी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में कु0 मुदिता मिश्रा द्वारा स्वतन्त्रता आन्दोलन से जुडे ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित ओजस्वी व सारगर्भित भाषण दिया गया। इस अवसर पर सूचना विभाग द्वारा एलईडी के माध्यम से भी सजीव प्रसारण किया गया। सभी के प्रति आभार मुख्य विकास अधिकारी डा0 महेन्द्र कुमार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में पी0डी0,डी0आर0डी0ए0, डॉ सुधांशु राय, स्वतन्त्रता संग्राम के परिवारीजन एवं हरिराम गुप्ता सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।