कहीं पर डीएपी की कमी तो कहीं पर हो रहा बीज के वितरण में असमानता ; जरूरतमंद किसानों को नहीं मिल पा रहा गेहूं का बीज
दैनिक बुद्ध का सन्देश
दैनिक बुद्ध का सन्देश
बहराइच | रबी के मौसम में गेंहू के फसल की बुवाई शुरू करने के लिए किसानों को सरकार द्वारा खाद और बीज सभी सरकारी सहकारी विक्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाती है ताकि समय से किसान अपने खेतों की बुवाई कर सके लेकिन कहानी कुछ उल्टी सी नजर प्रतीत होती है | प्राप्त जानकारी के अनुसार बहराइच जिले के विभिन्न सहकारी विक्रय केंद्रों पर डीएपी खाद की किल्लत किसान बंधु झेल रहे हैं जिससे उनकी रबी की फसल की बुवाई बिना डीएपी के नहीं हो पा रही है सभी जगह किसान सुबह से ही लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं लेकिन डीएपी खाद की भारी किल्लत होने के नाते उन्हें खाद समय से उपलब्ध नहीं हो पाती है जिस कारण से मायूस होकर किसान अपने घर लौट आते हैं तथा मजबूरी में प्राइवेट कृषि सेवा केन्द्रों से महंगे दामों पर डीएपी खाद खरीदने पर मजबूर हो रहे हैं | बहराइच जिले में बीपैक्स सेवा केंद्र बहादुरपुर बेरिया में डीएपी खाद की किल्लत के कारण किसान मायूस होकर अपने घरों पर लौट रहे हैं जब इस बारे में बीपैक्स सेवा केंद्र बहादुरपुर बेरिया के कर्मचारी धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि डीएपी खाद की भारी कमी है जिससे किसान लौट रहे हैं ; डीएपी की आपूर्ति बराबर रूप से नहीं की जा रही है | पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष डीएपी की आपूर्ति में भारी कमी दिखाई पड़ रही है | इसी के साथ-साथ पयागपुर ब्लॉक में स्थित किसान कल्याण सेवा केंद्र पर आज गेहूं के बीज का वितरण किया जा रहा था जिसमें सुबह से ही किसानों ने लाइन लगाकर कार्यालय के खुलने का इंतजार किया जब कार्यालय खुला तो उसमें से कुछ ही लोगों को गेहूं का बीज मिल पाया जो कहीं ना कहीं रसूखदार थे और जिनकी पहुंच काफी अंदर तक थी ; बाकी किसान लाइन में लगे रहे लेकिन उन्हें गेहूं का बीज नहीं मिल पाया ; जिससे किसान काफी परेशान होते हुए दिखाई दिए | गेहूं के बीज को लेने के लिए दूर-दूर से किसान किसान कल्याण सेवा केंद्र पयागपुर पर आए हुए थे लेकिन इन लोगों को समय से गेहूं का बीज न मिल पाने के कारण इनके रबी की फसल की बुवाई प्रभावित हो जाएगी | किसानों में सरजू प्रसाद, उदय राज ,विश्वनाथ ,मंसाराम ,मुन्नी देवी ,सूर्य लाल, लल्लू ,राजकुमारी, ओंकार ने बताया कि सुबह से ही हम लोग लगाकर खड़े हुए थे लेकिन लेकिन हम लोगों को गेहूं का बीज नहीं दिया गया बल्कि की जो रसूखदार थे उन्हें गेहूं का बीज दे दिया गया ; जिससे हम लोग मायूस होकर अपने घर वापस जा रहे हैं | वहीं किसान कल्याण सेवा केंद्र पयागपुर परिसर में देखने में यह लगा कि कुछ किसानों को 10 बोरी , 20 बोरी गेहूं का बीज दे दिया गया वहीं कुछ किसान को एक दो बोरी भी गेहूं का बीज नहीं मिला ; जिससे गेहूं के बीच वितरण में भारी असमानता देखने को मिली |