सिद्धार्थनगर : थाना प्रभारी जोगिया के सूझबूझसे बडी घटना होने से बची, ट्राली में भर भर कर आ रहे ग्रामीणों से माहौल हो गया था गर्म
दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। शनिवार को एकाएक जोगिया थाना क्षेत्र में ट्राली में भर भर के ग्रामीण थाना जोगिया में जब आने लगे तो पूरा माहौल ही गर्म हो गया मानो लग रहा था कि कोई बहुत बड़ा बवाल हो सकता है लेकिन थाना अध्यक्ष रामकृपाल शुक्ला के सूझबूझ ने बड़ी घटना को होने से बचा लिया आपको बता दें किजोगिया कोतवाली क्षेत्र के देवरा बाजार गांव में शनिवार को विद्युतकर्मी पर गांव के लोग उस वक्त आक्रोशित हो गए, जब वह बकाया बिल के बिजली कनेक्शन काटने लगे। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध पर उतर आए। गांव के बाहर जाने को कहा तो पुलिस को सूचना दे दिए। मामले की जानकारी मिलते ही जोगिया पुलिस मौके पर पहुंच गई।इससे बिजली कर्मी राहत महसूस किए और निकल गए। आक्रोशित ग्रामीण और उनके साथ महिलाएं ट्रॉली से थाने पर पहुंच गई और जेई व एसडीओ पर कार्रवाई की पुलिस से मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कोतवाल और अधीक्षण अभियंता के समझाने के बाद ग्रामीण माने और घर गए। लगभग चार घंटे तक यह सब चला।जोगिया के नगरा फीडर के जेई और एसडीओ शनिवार को क्षेत्र के ही देवरा बाजार गांव में बिजली का बिल वसूली करने के लिए गए थे।
यह कनेक्शन काटना शुरू किए तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए और आरोप लगाने लगे कि बिजली बिल समय से दे नहीं रहे हैं, कनेक्शन कैसे काट देंगे। तकरार बढ़ी औरबिजली कर्मियों को गांव से जाने के लिए बोलने लगे। इसी बीच हुआ के पकड़कर बैठा लिया जाए और अधिकारियों के आने के बाद छोड़ा जाएगा। जनता के मूड को भांपते हुए बिजलीकर्मी पुलिस की जानकारी दे दिए।सूचना मिलते ही कोतवाल जोगिया रामकृपाल शुक्ल जो बगल के गांव में नाली का विवाद सुलझाने के लिए गए थे। तत्काल पुलिस टीम को भेजने के साथ ही जानकारी लेने के लिए खुद पहुंच गए। पुलिस के जाने के बाद बिजली कर्मी वापस हो गए। इसके बाद ग्राम प्रधान रोहित वरुण सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और गांव लोग ट्राली और अन्यमाध्यम से जोगिया कोतवाली पहुंच गए और बिजली कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। कोतवाल ग्रामीणों को समझाए, लेकिन कार्रवाई पर ग्रामीण अड़े रहे। ग्राम प्रधान सहित गांव के लोगों ने कहा कि बिजली काटते हैं और जोड़ने के लिए प्रति उपभोक्ता 500 रुपये की डिमांड करते हैं। उपभोक्ताओं को परेशान करते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। ग्रामीणों के आक्रोश और मांग को देखते हुए कोतवाल ने अधीक्षण अभियंता से वार्ता की।अधीक्षण अभियंता थाने पर पहुंचे। कोतवाल के समझाने और अभियंता की ओर से जेई परकार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर ग्रामीण माने और फिर घर चले गए। लगभग चार घंटे तक विरोध जारी रहा है। इस संबंध में कोतवाल जोगिया रामकृपाल शुक्ल ने बताया कि जानकारी मिलते ही पहले पुलिस टीम को गांव में भेजा फिर स्वयं गए थे। ग्रामीण कार्रवाई की मांग रहे थे।एसई मौके पर आए थे, उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। ग्रामीणों को समझाया गया और वे चले गए। वहीं, अधीक्षण अभियंता अजय कुमार ने बताया कि जानकारी मिलने पर मौके पर गए थे। ग्रामीणों की बात को सुना और जांच करके कार्रवाई की जाएगी।