गोंडा : महाविद्यालय शिक्षक संघ का ऐलान मंडल पर विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हुई तो देंगे बलिदान
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोंडा। महाविद्यालय शिक्षक संघ का ऐलान, मंडल पर विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हुई, तो देंगे बलिदान विश्वविद्यालय स्थापना को लेकर समाज सेवी संगठन, बेसिक शिक्षक संघ अधिवक्ता सहित विभिन्न संगठन आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच महाविद्यालय शिक्षक संघ ने भी बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ और एल बी एस पी जी कॉलेज शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रजिस्टर्ड प्रतिवेदन भेजा है।
जिसमें मंडल मुख्यालय पर विश्वविद्यालय की स्थापना ना होने पर बलिदान दे देने की बात कही गई है।देवीपाटन मंडल मुख्यालय पर मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के स्थापना की मांग दिन प्रतिदिन तेज होती जा रही है। विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए शिक्षकों ने जरूरत पड़ने पर सामूहिक रूप से किसी भी प्रकार के बलिदान देने की का संकल्प लिया। डॉ० राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय, महाविद्यालय शिक्षक-संघ के महामंत्री प्रोफेसर जितेंद्र सिंह ने कहा कि शैक्षिक दृष्टि से तराई का यह क्षेत्र पिछड़ा है। इसलिए विगत वर्षों से लगातार मंडल मुख्यालय पर विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग विभिन्न माध्यमों से की जाती रही है। जिसमें शिक्षक-संघ ने पूर्व में भी प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय से अपने प्रतिवेदन के माध्यम से मांग कर चुका है। राज्य सरकार की घोषणा के अनुसार प्रत्येक मंडल में एक विश्वविद्यालय की स्थापना के अनुक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री ने लालबहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज केप्रतिभा-सम्मान-समारोह के कार्यक्रम में शिक्षक-संघ को आश्वस्त किया था कि मंडल में विश्वविद्यालय की स्थापना की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू कराई जाएगी। शासन स्तर से विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु डोमाकल्पी में शासन की ही भूमि लगभग 58.13 एकड़ चिन्हित कर ली गई। विश्वविद्यालय के लिए 50 करोड़ की धनराशि स्वीकृत, भूमि चिन्हित कर भेजा गया प्रस्ताव शासन स्तर से विश्वविद्यालय के निर्माण हेतु 50 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो गई। शासन के उच्च शिक्षा अधिकारियों एवं जिला और मंडल के अधिकारियों ने भूमि का निरीक्षण कर शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। ऐसे में मंडल के अन्य जनपदों के प्रतिनिधियों एवं संगठनों ने गोंडा से विश्वविद्यालय को हटाकर मंडल के अन्य जनपद में स्थापित किए जाने की मांग की जाने लगी। मंडल मुख्यालय विभिन्न यातायात संपर्क मार्गों से जुड़ा होने के कारण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए सबसे उपयुक्त है। इसकी स्थापना हेतु शिक्षक-संघ हर संभव प्रयास करेगा। और विश्वविद्यालय की स्थापना तक संघर्ष करता रहेगा।निकाय चुनाव की अधिसूचना और धारा 144 के कारण रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया प्रतिवेदन। एलबीएस पीजी कॉलेज शिक्षक-संघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर शैलेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि आज मंडलायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री को विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु प्रतिवेदन दिया जाना था। किंतु निकाय चुनाव के कारण धारा 144 लागू होने से यह प्रतिवेदन रजिस्टर्ड डाक से प्रेषित किया जाएगा। आचार संहिता समाप्त होते ही आंदोलन को मिलेगी रफ्तार। निर्वाचन अधिसूचना समाप्त होने के बाद महाविद्यालय के अध्यापक कर्मचारी एवं छात्रों की एक विशाल रैली मंडल मुख्यालय पर विश्वविद्यालय स्थापना के समर्थन में निकाली जाएगी। रैली महाविद्यालय से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गाे से होते हुए आयुक्त महोदय को ज्ञापन देकर समाप्त होगी। आंदोलन की रणनीति में एकत्र हुए शिक्षक विश्वविद्यालय स्थापना की मांग के इस कार्यक्रम में प्रोफेसर रामसमुझ सिंह, प्रोफ़ेसर मंशाराम वर्मा, मंत्री डॉ० मनीष शर्मा, कोषाध्यक्ष डॉ० पुष्यमित्र मिश्र, वरिष्ठ प्रोफेसर दीनानाथ तिवारी, प्रोफेसर बीपी सिंह, प्रोफेसर विजय कुमार अग्रवाल, प्रोफेसर जितेंद्र बहादुर पाल, प्रोफेसर अभय कुमार श्रीवास्तव, प्रोफेसर बीसी एचएनके श्रीनिवास राव प्रोफेसर संजय कुमार पांडेय, प्रोफ़ेसर जयशंकर तिवारी, प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल, डॉ० संतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ० पूजा यादव, डॉ० रेखा शर्मा, डॉ० अवधेश कुमार वर्मा, डॉ० लोहंस कुमार कल्याणी, डॉ० शैलेश कुमार, डॉ० वंदना भारतीय, डॉ० अच्युत शुक्ल, डॉ० विवेक कुमार सिंह, डॉ० रवि प्रकाश ओझा, डॉ० पुनीत कुमार, डॉ० अंकित कुमार, डॉ० अरुण प्रताप सिंह, डॉ० दलीप सिंह, डॉ० मनोज मिश्रा, डॉ० स्मृति शिशिर, डॉ नीतू सक्सेना, डॉ० शैलजा सिंह, डॉ० प्रतिभा, डॉ० प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ० संजय वर्मा, डॉ०, अशोक पांडेय, सहित अन्य प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।