सिद्धार्थनगर : सिद्धार्थनगर का गौरव बाणगंगा बैराज का पार्क व सीढियां हुआ उपेक्षा का शिकार
दैनिक बुद्ध का संदेश
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर। तहसील शोहरतगढ क्षेत्र के में बना बाणगंगा बैराज जो सिद्धार्थनगर के साथ-साथ गैर जनपदों के पर्यटकों को ठण्डी, गर्मी, बरसात आदि मौसमों घूमने का मुख्य पर्यटन स्थलों में जाना जाता है। वहीं नदी के दोनों तट पर बना पार्क जिसे सिद्धार्थ वाटिका, गौतम वाटिका, बुद्ध वाटिका का नाम सिंचाई विभाग सिद्धार्थनगर द्वारा दिया गया हैं। जिस वाटिका में दो दशक पहले रंग बिरंगे सुंगधित फूलों पर्यटकों का मन मोह लेता था वर्तमान में सभी वाटिका पार्क फूल पौधा विहीन हो चुका हैं पार्काे में लगा स्ट्रीट लाइट खराब पड़ा हैं। जिससे शाम होते ही सभी वाटिका पार्क अंधेरे में डूब जाता हैं।
नदी में नीचे उतरने वाली सीढीयां वर्षों से ध्वस्त हुआ पड़ा हैं। गंगा स्नान आदि करने वाले श्रद्धालुओ को निम्न प्रकार का कठिनाईया उठाना पड़ता हैं अब प्रश्न यह उठता हैं कि जिस बानगंगा बैराज को मरम्मत के नाम पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जाता हैं उसी बानगंगा बैराज का पार्क सीढियां इतना उपेक्षा का शिकार कैसे हो गये क्या विभागीय अधिकारियों को फूल पौधा, उजाला विहीन पार्क टूटी हुई सीढियां, नहीं दिखाई देता हैं व फिर देखकर अनदेखा किया जाता है।