गोंडा : रेलवे स्टेशन पर लावारिश हालत में मिली एक दर्जन से अधिक किशोरियां
रेलवे सुरक्षा बल और सीआईबी के अधिकारियों ने पकड़ा,भेजी गई चाइल्ड लाइन
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोंडा। जिले में रेलवे सुरक्षा बल और सीआईबी के अधिकारियों ने एक दर्जन से अधिक किशोरियों को गोंडा रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू किया। यह नाबालिग लड़कियां देर रात गोंडा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो और तीन पर खड़ी होकर एक युवक के साथ बिहार जाने की फिराक में थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक युवक इन्हे बिहार में नेटवर्किंग कंपनी में ट्रेनिंग दिलाने के बहाने ले जा रहा था। बिहार जाने से पहले ही रेलवे सुरक्षा बल और सीआईबी के अधिकारियों ने इन्हें पकड़ लिया। लड़कियों को चाइल्ड लाइन गोंडा के सुपुर्द कर दिया गया है। इन सभी लड़कियों को एक युवक ट्रेन से मोतिहारी और पटना व दरभंगा ले जाने के लिए गोंडा रेलवे स्टेशन पर लाया था। लड़कियों को पकड़े जाने के बाद युवक फरार बताया जाता है। सभी नाबालिग लड़कियों को युवक बिहार के दरभंगा, पटना, मोतिहारी में नेटवर्किंग कंपनी में ट्रेनिंग दिलाने की बात कहकर रेलवे स्टेशन पर लाया था।
संदिग्ध हालत में खड़ी जब नाबालिग लड़कियों से रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के उपनिरीक्षक व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने पूछताछ की तो सभी 16 लड़कियां स्पष्ट जवाब नहीं दे सकी। जिसके चलते सभी लड़कियों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है। गोंडा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल ने इन 16 नाबालिग लड़कियों को हमें सौंपा था। जो नहीं बता पाईं इन्हें कहां जाना है। कभी बिहार तो कभी दरभंगा तो कभी पटना बताया जा रहा था। इन सभी नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड लाइन गोंडा के सुपुर्द कर दिया गया है और आगे की कार्यवाही वहीं से की जाएगी। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर नरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि गोंडा रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने स्टेशन चेकिंग के दौरान रविवार को प्लेटफार्म नंबर दो पर एक दर्जन से अधिक किशोरियों से पूछताछ की। सही जानकारी न देने कारण उन्हें चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।