सिद्धार्थनगर : आपदा मित्र/सखी रोजगार के आस में पलायन करने को मजबूर
दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। जिला इस समय बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है। लगभग 280 ट्रेंड आपदा मित्र/सखी ज़िले में मौजूद हैं, लेकिन शासन द्वारा उनसे कोई भी काम नहीं लिया जा रहा है और न ही किसी प्रकार का कोई कोई मानदेय और सुविधा दिया जा रहा है। आपदा मित्रों के जिलाध्यक्ष महेंद्र मिश्रा ने बताया कि छक्ड। योजना अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में 10200 चयन किया गया था। आपदा मित्र, आपदा सखियों का 12 दिवसीय प्रशिक्षण लखनऊ में दो वर्ष पूर्व सम्पन्न हुआ था। आपदा मित्रों के प्रशिक्षण का उद्देश्य प्राकृतिक आपदा व मानव जनित आपदा में तत्काल स्थानीय स्तर पर राहत एवं बचाव के कार्यों सहयोग देना था, परन्तु किसी प्रकार का मानदेय व काम न मिलने के कारण आपदा मित्र रोजगार के आस में पलायन करने को मजबूर हो रहें हैं।
समय-समय पर आपदा मित्रों से जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण सिद्धार्थनगर द्वारा मार्कडिर्ल कराया जाता है। उसका न तो यात्रा भत्ता ना कोई पारिश्रमिकी मिलता है, जिससे आपदा मित्रों/सखियों को परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। आपदा मित्र संघ के जिला उपाध्यक्ष श्याम देव यादव, मीडिया प्रभारी सुनील कुमार यादव, प्रदीप तिवारी, हरि ओम दूबे, जितेन्द्र, विकास, दुर्गा प्रसाद, दयाशंकर, रामनवल यादव, धीरेन्द्र, दुर्गेश, अजय, राम सुन्दर, बांके गोपाल, अजीजुद्दीन, सरिता, पूनम, विजय लक्ष्मी आदि ने बताया कि बिना वेतन के कार्य कैसे किया जायेगा। सभी ने एक स्वर में नियमित कार्य और वेतन की मांग सरकार से की है।