बलरामपुर : 20 वर्षों बाद भी प्राथमिक विद्यालय गनेशपुर के बच्चों को अपने विद्यालय की छत नसीब नहीं
दैनिक बुद्ध का सन्देश
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शिक्षा की गुणवत्ता शैक्षिक उन्नयन व ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण परिवेश व शहरी मलिन बस्तियों आदि के बच्चों के भविष्य को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा बच्चों के दाखिले दिलाने के लिए कृत संकल्प है तो वहीं दूसरी तरफ जनपद में ऐसे कई विद्यालय परिषद द्वारा संचालित हैं जिन्हें 20 वर्षों बाद भी अपना छात नसीब नहीं हो पा रहा है तथा शैक्षिक वातावरण खेल मैदान तो सपने जैसे हैं दो तीन छोटे-छोटे कमरों में 1 से 5 तक प्राथमिक विद्यालय संचालित है इन्हीं कमरों में शिक्षक स्टॉप कार्यालय व समस्त कार्य संचालित होता है कर्म में विगत लगभग 20 वर्षों से चल रहा है
इस दरमियान कई सरकारें आई और गई पर किसी की नजर इस विद्यालय पर नहीं पड़ी बताते चलें कि यह विद्यालय जिले के किसी सुदूर अंचल में नहीं बल्कि जनपद मुख्यालय के सदर ब्लॉक बलरामपुर के ग्राम गनेशपुर कोड़री का है जो जनपद मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर बहुचर्चित ग्राम रानीजोत देवरिया से सटे ग्राम गनेशपुर कोड़री का है जहां के बच्चे विगत 10 वर्षों तक गांव के एक ग्रामीण के घर में संचालित रहा तथा इधर भी लगभग 10 वर्षों से गांव के पंचायत भवन में संचालित है ऐसा भी नहीं जिले के अधिकारियों की नजर मुक्त विद्यालय न पढ़ती हो या जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी न हो क्योंकि हर छोटे-बड़े चुनाव में उक्त विद्यालय को बनवाने का मुद्दा कहीं न कहीं उठता रहा है इसके बावजूद भी आज तक उक्त विद्यालय के अच्छे दिन नहीं आये। उक्त संदर्भ में क्षेत्र पंचायत सदस्य गनेशपुर सेखुईया पराग चौहान ने बताया कि हम लोग लगभग सभी चुनाव में व आम दिनों लगातार बच्चों के शिक्षा के लिए अस्थाई तौर पर विद्यालय बनवाने की मांग लगातार करते रहे हैं परंतु आश्वासनों के अलावा अब तक कुछ नहीं मिला है अगर शीघ्र ही उक्त मामले में प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई तो हम जनहित में किसी भी प्रकार का जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।