सिद्धार्थनगर : किस से लगाए आवास की गुहार, छप्पर में कट रही रात जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
कर्सर...................ग्राम पंचायत सचिव गौरव त्रिपाठी का कहना है कि बंजर जमीन पर आवास नहीं दिया जाता है
दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। जोगिया ब्लॉक क्षेत्र के उदयपुर गांव निवासी सुभावती आवास की आस में कई वर्ष से परिवार के साथ छप्पर में जीवन काट रही है। ब्लॉक का चक्कर लगाकर परेशान हैं, लेकिन कोई उनकी सुधि लेने वाला नहीं है। ब्लॉक क्षेत्र के उदयपुर गांव के एक लड़की व एक लड़का साथ में रहते हैं। आवास न होने के कारण वह मड़ई बनाकर जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं। बार-बार प्रधान से और आवेदन के बाद भी आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कभी-कभी बारिश में मड़ई के ऊपर से तिरपाल लगाकर रहना पड़ता है। उनका कहना है कि उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सुभावती ने बताया कि परिवार में कुल चार सदस्य रहते हैं। हम दोनों के अलावा एक बेटी व एक 45साल से उदयपुर गांव निवासी सुभावती लगा रही हैं ब्लॉक का चक्कर बताते चलें कि वहां की ग्राम पंचायत सचिव गौरव त्रिपाठी है नहीं लगा रहे रिपोर्ट बताते चलें बेटा है। बेचन ने बताया कि कुछ साल पहले सड़क दुर्घटना होने के कारण कमर की हड्डी टूट गई। इस वजह से कोई मजदूरी का नहीं कर पा रहा हूं। एक लड़का ही एक मात्र हमारा सहारा है, जो वह मुंबई मजदूरी करता है उसी से हमारा घर चल है। अगर आवास की राशि मिल जाती तो अपना छत हो जाता। कई बार ब्लॉक का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इस संबंध में बीडीओ सतीश कुमार सिंह का कहना है कि वर्तमान सूची में नाम है तो आवास मिल जाएगा। अगर सूची में नाम नहीं है तो नई सूची में बढ़ाकर आवास दिया जाएगा बताते चलें कि ग्राम पंचायत सचिव गौरव त्रिपाठी का कहना है कि बंजर जमीन पर आवास नहीं दिया जाता हैं।