नाबालिग लड़की को एसएसबी ने पकड़कर एएचटीयू को किया सुपुर्द

खुनुवां/सिद्धार्थनगर। 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी खुनुवां के जवानों ने एक नाबालिक लड़की को एएचटीयू पुलिस को सुपुर्द किया। एसएसबी को सूचना मिली कि भारत से एक नाबालिक लड़की नेपाल ले जाने की फिराक में है। अतः गस्ती दल द्वारा आने-जाने वालो पर गहनता से नजर रखा जाने लगा और कुछ समय के उपरान्त देखा गया कि एक नाबालिक लड़की भारत से नेपाल की तरफ जा रही है। सन्देह के आधार पर गस्ती दल द्वारा उसे रोककर पूछताछ किया गया, तो उनके द्वारा सन्तोषजनक जानकारी नहीं बताया गया। मामला सन्देहात्मक प्रतीत होने के कारण कमान्डर द्वारा समवाय प्रभारी तथा उसके उपरान्त मानव सेवा संस्थान ककरहवा, मानव तस्कर रोधी ईकाई स0सी0ब0 66वीं वाहिनी एवं मानव तस्कर रोधी ईकाई उत्तर प्रदेश पुलिस सिद्धार्थनगर को सूचित किया गया। सभी टीमों द्वारा गहनता से पूछताछ किया गया, जिसके दौरान लड़की ने बताया कि वह एक लड़की से प्यार करती है और उसी के साथ घर से भाग कर नेपाल जा रही थी। परन्तु नेपाल सीमा के नजदीक करहिया गांव के पास वह लड़की झांसा देकर मुझे अकेले छोड़कर भाग गयीं तथा उसने बताया कि वह परिवार वालों को कोई जानकारी दिये बिना घर से नेपाल जा रही थी। लड़की के परिवार वालों से सम्पर्क किया गया तो उसकी मां ने बताया कि उनकी लड़की रविवार से ही घर से लापता है जिसे नेपाल न जाने दिया जायें। चूंकि लड़की नाबालिक थी और अगर लड़की गलत हाथो में पड़ जाती तो ये मानव तस्करी जैसे कृत्य का शिकार हो सकती थी, अतः लड़की की सुरक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए अग्रिम कारवाई हेतु नाबालिक लड़की को एएचटीयू 66वीं वाहिनी, एम0एस0एस0 की उपस्थिति में एएचटीयू पुलिस सिद्धार्थनगर को सुपुर्द किया गया। एसएसबी कमान्डेंट ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर होने वाली तस्करी और अन्य अपराधों की रोकथाम के लिये नाका, पेट्रोलिंग एवं अन्य प्रचालन गतिविधियों द्वारा 43वीं वाहिनी एसएसबी निरन्तर प्रयासरत है एवं अवैध रूप से हो रही तस्करी के सामान, मानव तस्करी, नशीली दवा, अवैध मुद्रा व वन्य जीव और उत्पाद को जब्त किया जा रहा है।