अम्बेडकरनगर : शिक्षा विभाग बना नौनिहालों के जान का दुश्मन
घटिया ईंटों से बन रहा है शिक्षा का मंदिर
दैनिक बुद्ध का संदेश
अम्बेडकरनगर। शिक्षा विभाग में दबंग ठेकेदार और अधिकारी गठजोड़ इतना गहरा है कि जनपद के निर्माण प्रभारी के आदेश को भी ठेकेदार नहीं मानते हैं और जबरन घटिया निर्माण सामग्री लगाकर प्राथमिक विद्यालय मखदूमनगर का निर्माण करवा रहे हैं। शिक्षा क्षेत्र टांडा अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय मखदूमनगर में 11 लाख 81 हजार रुपये से दो शिक्षण कक्ष, एक कार्यालय व बरामदे का निर्माण होना था। बजट आवंटित होते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी व उनके चहेते ठेकेदार उसकी बंदरबांट में जुट गये और विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य पर दबाव डलवाकर यह लिखवा लिया कि वह स्वास्थ्य कारणों से निर्माण कार्य कराने में असमर्थ है उसके बाद विद्यालय की एसएमसी के माध्यम से जनपद मुख्यालय के एक चहेते ठेकेदार को निर्माण कार्य का आवंटन कर दिया गया और वह ठेकेदार शिक्षा विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों का चहेता होने के कारण घटिया निर्माण सामग्री लगाकर विद्यालय का निर्माण कार्य कराया जाने लगा। शिक्षण कक्ष व कार्यालय की दीवारों में घटिया पीली ईट व कम गुणवत्ता की सीमेंट से निर्माण कार्य कराया गया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के वरदहस्त के कारण ही जनपद के डीसी निर्माण प्रभारी विकास चौधरी इधर झांकने भी नहीं आये लेकिन बीते दिनों उक्त घटिया निर्माण की सोशल मीडिया पर चर्चा होने के कारण बीते मंगलवार को विकास चौधरी विद्यालय पहुंचे और हो रहे घटिया निर्माण कार्य को तत्काल रोकवा दिया और ठेकेदार को तत्काल पीली ईटों को वहां से हटाने का निर्देश और शिक्षण कक्ष व कार्यालय की दीवारें जो घटिया पीले ईटों से बनी थी उसे गिराकर नयी गुणवत्तापूर्ण ईट लगाकर निर्माण कराने का आदेश दिया गया। डीसी निर्माण प्रभारी विकास चौधरी के आदेश पर मंगलवार व बुधवार को निर्माण कार्य बंद रहा परन्तु गुरुवार को उसी घटिया निर्माण कार्य के ऊपर ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य शुरू कराया गया। ठेकेदार की दबंगई का आलम यह है कि विद्यालय का कोई अदना सा कर्मचारी भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है इतना ही नहीं विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाचार्या सरोज कुमारी घटिया निर्माण की सूचना भी विभाग को नहीं देती हैं जबकि निर्माण कार्य की गुणवत्ता को बनाये रखने व देखरेख का दायित्व उनका है और ऊपर से सभी प्रधानाचार्यों को यह निर्देशित भी किया गया है।
देखा जाए तो जनपद मुख्यालय के अंतर्गत सभी ब्लाकों तहसीलों में बड़े पैमाने पर विद्यालय सौंदर्यीकरण और कच्छ निर्माण के लिए आई धनराशि में बंदर बाट विभागीय मिली भगत करके सीएमसी खाते से पैसे की निकासी कर और मानक के विपरीत निर्माण कर भ्रष्टाचार किया गया लेकिन जांच के नाम पर बस हिला हवाली कर इतश्री ले लिया जाता हैं। बुद्ध का संदेश एवं दृश्यम इंडिया न्यूज़ पोर्टल को डीसी निर्माण प्रभारी विकास चौधरी ने बताया कि विभाग द्वारा सम्बंधित ठेकेदार को नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है। और सभी विद्यालयों के सीएमसी खाते से मौखिक आदेश के अंतर्गत निर्माण के लिए आए धनराशि को ट्रांसफर किए जाने का आदेश दिया गया था उन्होंने बताया कि अगर सीएमसी खाते से धनराशि की निकासी नहीं की जाती तो धनराशि वापस चली जाती खंड शिक्षा अधिकारी ग्रामीण मनीषा ओझा ने कहा कि अगर इस प्रकार से अगर मानक के विपरीत निर्माण अगर किया जा रही है तो मैं मौके पर पहुंच कर जांच करती हूं अगर मामला सही पाया गया तो संबंधित के ऊपर कार्यवाही तय की जाएगी।