बलरामपुर : वन दरोगा के उपर लगा मुखबिर पर बंदूख तानकर धमकी देने का आरोप
दैनिक बुद्ध का संदेश
बलरामपुर। बलरामपुर सोहेलदेव वन्यजीव अभयारण्य के वरहवा रेंज क्षेत्र के सेखुइनिया कला गांव में पकड़ी गई 124 बोटा खैर की लकड़ी जब्त करने के बाद मामले में नया मोड़ आया है। नंदापुरवा निवासी एक युवक ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि लकड़ी बरहवा रेंज में तैनात वन दरोगा की है। वन दरोगा ने ही जंगल से बेशकीमती खैर वृक्ष कटवाकर उसे सेखुइनिया कला गांव में रखवाया था। युवक ने आरोप यह भी लगाया है कि मुखबिरी करने पर वन दरोगा ने अपने सहयोगियों के साथ सीने पर राइफल लगाकर उसे जान से मारने की धमकी दी है। बरहवा के रेंजर ने कहा है कि मामले की जांच के बाद गुण दोष का निर्धारण होगा। आरोप लगाने वाले युवक पर वन विभाग की ओर से सात मुकदमे लकड़ी चोरी के दर्ज हैं। वहीं वन दरोगा ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा है कि उनके पास राइफल है ही नहीं। उनका अवैध लकड़ी कटान से कोई लेना देना नहीं है। नंदापुरवा निवासी मनोज कुमार यादव ने एक वीडियो जारी किया है, जिसकी पुष्टि पेपर नहीं करता।
साथ ही मनोज ने मुख्यमंत्री को एक प्रार्थना पत्र भी भेजा है। वीडियो में कहा है कि बरहवा रेंज में तैनात वन दरोगा सूरज पांडेय अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जंगल की कीमती लकड़ियां कटवाते हैं।लकड़ियों को अपने निजी साधन पर लादकर सेखुइनिया कलां में एकत्रित किया था, जिसे वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ लिया आरोप है कि इस बात से नाराज वन दरोगा सूरज पांडेय अपने साथियों के साथ शनिवार को मनोज के घर गए थे। मनोज के मुताबिक बाद में धौरीकला गांव में उसे पकड़कर सीने पर राइफल रख दी। कहा कि तुमने ही मुखबिरी करके लकड़ी पकड़वाई है। इन सभी बातों से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र मनोज ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर दी है। बरहवा के रेंजर राकेश पाठक ने बताया कि शिकायत की जांच कराई जाएगी। आरोप सही पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि मनोज कुमार यादव जंगल से लकड़ी काटने व वन्यजीवों का शिकार करता है। उसके खिलाफ जंगल से लकड़ी चोरी करने के सात मामले दर्ज हैं। प्रथम दृष्टया आरोप निराधार है।