संतकबीरनगर : ग्राम पंचायत पोपया में हुआ सोशल ऑडिट टीम के द्वारा खुली बैठक
दैनिक बुद्ध का संदेश
संतकबीरनगर। खलीलाबाद विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पोपया में ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों का दो दिवसीय स्थलीय व भौतिक सत्यापन करने के बाद सोशल आडिट टीम द्वारा खुली बैठक में बिंदुवार ग्राम पंचायत में प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों का खुली बैठक पंचायत भवन कार्यालय पोपया में सोशल आडिट टीम के सदस्यों द्वारा किया गया जिस पर ग्राम पंचायत के ग्रामीणों द्वारा द्वारा बताया गया कि हमारे ग्राम पंचायत मनरेगा मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं ग्राम प्रधान द्वारा मजदूरों को रोजगार दिलाने में अक्षम रहा यहां तक की मनरेगा के तहत कच्चा काम नाली खडजा कोई भी कार्य उक्त प्रधान द्वारा नहीं कराया गया जिसका जीता जागता सबूत ग्राम पंचायत में जाती हुई नालियां सड़कों पर गंदगी का माल लगा हुआ है जिससे बीमारी फैलने का आशंका है ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत में कोई कार्य नहीं कराया बल्कि वित्त राज आयोग के पैसे को निकाल कर प्रधान और सेक्रेटरी चांदी काट रहे हैं जहां एक तरफ शासन का पूरा ध्यान जनकल्याणकारी योजनाओं से आख्यातित करने के लिए ग्राम पंचायत में धन की कमी आने नहीं आने दे
रही है वहीं उक्त प्रधान द्वारा कार्य नए करना मजदूरों को मजदूरी से मरहूम रखना 100 दिन के मजदूरी कौन कहे दो-चार दिन का भी काम नहीं कराया गया जिससे रोजी-रोटी के लाले पड़े हुए इतना ही नहीं बगल गीर के ग्राम पंचायत में आवास प्लस योजना के लिए ग्राम प्रधानों द्वारा घूम-घूम कर सूची बनाई जा रहे हैं पात्र व्यक्तियों को जिन्हें लाभ पहुंचाने के लिए हर प्रयास करते नजर आ रहे हैं वहीं उक्त प्रधान अपने दायित्व के प्रति लापरवाह और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगता नजर आ रहा है ग्राम पंचायत में चल रही सोशल ऑडिट में ना तो ग्राम प्रधान दिखा ना उसका कोई अभिलेख दिखाई दिया ना ही पंचायत सेक्रेटरी कमलापति त्रिपाठी मौजूद रहे यहां तक की पर्यवेक्षक भी टीम में नहीं पहुंच पाए, ग्रामीणों का रोष ग्राम प्रधान के व्रत बहुत जोरदार रहा उक्त खुली बैठक में ग्राम पंचायत पोपया के ग्रामीण उपस्थित पाए गए।