कपिलवस्तु : नेपाल से अगवा किये गयें 10 वर्षीय किशोर को पूर्व ग्राम प्रधान ने परिजनों को मिलवाया
दैनिक बुद्ध का संदेश
कपिलवस्तु/नेपाल। पड़ोसी देश नेपाल से अगवा किये गयें 10 वर्षीय किशोर को पूर्व ग्राम प्रधान की सक्रियता ने उसके परिजनों से मिलवा दिया। एसएसबी व नेपाली पुलिस ने किशोर को उसके परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने पूर्व प्रधान प्रयास की काफी सराहना किया। नेपाल के दांग जिले के भगौसी गांव के रहने वाले 10 बर्षीय सोहन कुंवर को पिकअप सवार कुछ लोगों ने लगभग एक सप्ताह पहले उस समय अगवा कर लिया, जब वह जरुरी सामान खरीदने घर के नजदीकी दुकान पर गया। अपहरणकर्ताओं उसे लेकर नेपाल के कृष्णानगर आयें। जहां एक रेस्टोरेन्ट में तीनों अपहरणकर्ता नाश्ता करने लगे। तभी मौका देखकर किशोर भाग निकला। इसके बाद वह रेलवे लाइन पकड़कर औदही खुर्द पहुंचा। जहां कुछ बच्चों को देखकर वह रोने लगा। नेपाली बोलने के कारण कोई उससे बात नहीं कर पा रहा था। बाद में औदही खुर्द टोले के रहने वाले देवीदीन गौतम के घर वह रहने लगा।
देवीदीन ने इसकी सूचना गांव के पूर्व प्रधान मयंक शुक्ल को दिया। उन्होंने ढ़ेबरुआ पुलिस, एसएसबी व पीआरसी नेपाल को दिया। इसके अलावा उन्होंने फेसबुक पर भी बच्चे के बारें में पोस्ट किया। जहां से एसएसबी 50वीं वाहिनी के महादेव बुजुर्ग कैम्प के जवान सहायक सेनानायक होशियार सिंह पटियाल के निर्देश पर उसे लेकर कैम्प आयें। जहां पीआरसी की कल्पना क्षेत्री भी पहुंची। जहां से नेपाली पुलिस में कांस्टेबल किशोर के मौसा हरि गिरि भी सूचना मिलने पर एसएसबी कैम्प पर आये। जिसके बाद किशोर को सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। किशोर के परिजनों ने पूर्व प्रधान व देवीदीन के प्रयासों की काफी प्रशंसा किया।