सिद्धार्थनगर : शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री को भेजा छह सूत्रीय मांग पत्र, मनाया काला दिवस
दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर गुरुवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन काला दिवस के रूप में हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय के माध्यम से मुख्यमंत्री को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। संघ के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत यादव ने कहा उनकी बात सरकार तक पहुचाया जाय। जो इनके कार्य में देरी हो रही है उसमे तेजी आए। जिलाध्यक्ष ने शिक्षा मित्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की प्राथमिक विद्यालय में 23 वर्षाे से अल्प मानदेय में शिक्षण कार्य कर रहे हैं।
हम सभी के जीवन का 25 जुलाई काला दिन है। जिस दिन सर्वाेच्च न्यायालय के फैसले से हमारा भविष्य बर्बाद हो गया। उस फैसले के वजह से लगभग दस हजार से अधिक शिक्षामित्र अवसाद में आकर अपनी जान दे दिए। जो इस दुनिया में नहीं है ऐसे साथियों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया जा रहा हैं।विधान सभा सत्र चलने वाला है इसलिए हम लोग अपनी मांग का एक ज्ञापन देकर सरकार को याद दिलाएंगे कि हमारी मांगों का तत्काल पूरा किया जाय।
इससे जो हमारे कार्य में देरी हो रहा है उसमे तेजी आ सके। जिला महामंत्री यशवंत सिंह ने कहा कि एक लाख 48 हजार शिक्षा मित्र पिछले 23 वर्षाे से निष्ठा पूर्वक कार्य कर रहे हैं। 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से हमारे समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया हैं। 10 हजार के अल्प मानदेय पर परिवार के भरण पोषण में परेशानी उठानी पड़ रही हैं। इस अवसर पर अशोक कुमार मिश्रा, बागेश्वरी, अब्दुल रहमान, अमित सिंह, अवधेश चौधरी, अतुल, नागेंद निषाद, लवकुश, चंद्र मोहन चौधरी, विक्रम प्रसाद, यूनुस खान, श्याम नारायन, मनोरमा त्रिपाठी, वंदना मिश्रा, पूनम पांडेय, शालिनी देवी, सुमन, शांति, अनिता राज, सुमति श्रीवास्तव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
बॉक्स…………शिक्षा मित्रों की 07 प्रमुख मांग
शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में समान कार्य समान वेतन, सहायक अध्यापक के पद पर पदस्थापित जब तक कार्य पूर्ण नही हो रहा हैं। तब तक समान कार्य का सामान वेतन 12 माह का व समान सुविधाए दिया जाय। महिला शिक्षा मित्रों को ससुराल के जनपद के विद्यालयों में स्थान्तरण पाने का अवसर प्रदान किया जाय। जिले के अंतर्गत कार्यरत शिक्षा मित्रों को मूल विद्यालय या निकटतम स्कूल में वापस होने का अवसर प्रदान किया जाय। मृतक शिक्षा मित्रों के परिवार को यथोचित नौकरी व आर्थिक सहयोग प्रदान करें।चिकित्सीय अवकाश, कैशलेस चिकित्सा व आयुष्मान कार्ड की सुविधा प्रदान किया जाय। महिला शिक्षा मित्रों को सीसीएल की सुविधा दिया जाय। आकस्मिक अवकाश 11 से बढ़ाकर 14 व अर्ध अवकाश पर्दान किया जाय। सेवानिवृत्त का आयु 62 वर्ष व बुढ़ापे के गुजारे हेतु पेंशन भत्ता दिया जाय।