सिद्धार्थनगर : बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए,बाल श्रम को रोकना बहुत जरूरी
दैनिक बुद्ध का सन्देश
सिद्धार्थनगर। विश्व बाल श्रम निषेध सप्ताह के अवसर पर कोटिया बाजार में बाल श्रम उन्मूलन के लिए ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति, प्लान इंडिया, एसएसबी 43 वाहिनी कोटिया बाजार व पुलिस चौकी कोटिया के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, पुलिस व प्लान इंडिया द्वारा जारी पोस्टर को दुकानों, होटलों,वाहनों पर लगाया गया ताकि सभी लोगों को बाल श्रम के कानून के बारे में जानकारी हो सके। इस दौरान बाल श्रम रोकने के लिए बने स्टीकर दुकानों में लगाकर दुकानदारों को जागरूक किया गया। इसके साथ सभी दुकानदारों को बालश्रम के बारे में बताया गया कि कोई भी बच्चा जिसकी उम्र 14 वर्ष से कम है वह कोई भी कार्य नहीं कर सकता है लेकिन 14 से ऊपर के बच्चे कुछ शर्ताे के साथ कुछ कार्य कर सकते है ।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (प्स्व्) द्वारा बाल श्रम शब्द को ऐसे काम के रूप में परिभाषित किया है जो बच्चों को उनके बचपन, उनकी क्षमता और उनकी गरिमा से वंचित करता है, और जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हानिकारक है । बच्चे और किशोर श्रम निषेध और विनियमन अधिनियम 1986 के प्रवर्तन के लिए एसओपी भी बनाई गयी है ।इस दौरान ैैठ से कैलाश दान(असिटेंट कमांडेंट),हेम सिंह(सब इंस्पेक्टर),पुलिस चौकी कोटिया से करमुल्ला खान (भ्.ब्),देवानंद(कांस्टेबल),रामजी जायसवाल,हरिन्दन प्रसाद,राजन श्रीवास्तव,कर्रारअली (हेडमास्टर)अनिल जायसवाल, वीरेंद्र कमलापुरी,प्लानटीम से विजयशंकर यादव, काजल श्रीवास्तव,शत्रुविजय सिंह,रूपा उमर,शिवनंदन व चौंज एजेण्ट संदीप चौधरी,राजेंद्र यादव,कृष्णा, ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के सदस्य तथा ग्रामीण सदस्य व यूथ उपस्थित रहें।