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बहराइच : गौशाला में अभी तक नहीं पहुंची बिजली अंधेरे में रह रहे जानवर

गौशाला में कार्य करने वाले कर्मचारियों को रात के अंधेरे में जानवरों की करनी पड़ रही देखभाल जहरीले जीव जंतुओं से पशुओं एवं गौशाला में कार्य कर रहे कर्मचारियों की जान को खतरा

दैनिक बुद्ध का सन्देश
बहराइच। विशेश्वरगंज ब्लॉक स्थित शिवपुर बैरागी में जानवरों के रहने के लिए गौशाला का निर्माण किया गया है लेकिन यहां पर रहने वाले जानवर अंधेरे में किसी तरीके से अपनी जिंदगी बिता रहे हैं और रात के अंधेरे में एक दूसरे जानवर से लड़ाई हो जाने पर कमजोर जानवर की मौत हो जाती है लेकिन इसका कोई प्रभाव इस गांव के सचिव सुशील कुमार पर नहीं पड़ रहा जबकि ग्राम प्रधान ने बार-बार प्रार्थना पत्र देकर गौशाला में बिजली लगवाने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन सुशील कुमार सचिव के द्वारा कोई उचित सहयोग न मिल पाने के कारण बिजली का कनेक्शन गौशाला में आज तक नहीं हो पाया जिससे यहां पर बिजली से चालित होने वाली चारा मशीन आज तक चालू नहीं हो पाई और जिस स्थान पर जानवर बांधे जा रहे हैं वहां पर विद्युत की कोई भी व्यवस्था आज तक नजर नहीं आई और वैकल्पिक ऊर्जा के लिए एस्टीमेट बनाया गया लेकिन उसे आज तक अमली जामा नहीं पहनाया गया।

गौशाला को चारों तरफ केवल बांस की बल्लियों के सहारे ही गौशाला को घेरा गया है जबकि पत्थर के खंभे लगाकर लोहे की जालियों से गौशाला को घेरने का प्रावधान सरकार की तरफ से कर दिया गया है लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी की उदासीनता के कारण गौशाला को लोहे की जालियों से आज तक नहीं घेरा गया है जिससे गौशाला के आसपास बसे किसानों को इन पशुओं के कारण भारी क्षति उठानी पड़ रही है। गौशाला में बिजली के कारण चलने वाला मोटर भी आज तक नहीं लग पाया है जबकि उसके लिए पैसा रिलीज कर दिया गया। अब तक जो मैंने पढ़ा है या सुना है कि आदमी आदमी के साथ नाइंसाफी करता है लेकिन यहां पर आदमी बेजुबान जानवरों के साथ में नाइंसाफी कर रहा है। गर्मी का मौसम चल रहा है जानवरों के रहन-सहन में कोई भी सुविधा की आपूर्ति विधिवत तरीके से नहीं की जा रही है और इस भीषण गर्मी में जानवर हाफ रहे हैं और कुछ अपने जीवन की अंतिम क्षण में भी जी रहे हैं लेकिन इन सब का कोई प्रभाव ग्राम पंचायत अधिकारी सुशील कुमार पर नहीं पड़ रहा। अब देखना है कि खबर प्रकाशित होने के बाद में होगी कोई कार्रवाई या इसे ठंडे बस्ते में ऐसे ही डाल दिया जाएगा।

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