सिद्धार्थनगर: बच्चों के आधार के लिए शिक्षक का वेतन रोकना अन्यायपूर्ण
दैनिक बुद्ध का संदेश
सिद्धार्थनगर। डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के लिए कम बच्चों के आधार सत्यापन के आरोप में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 256 विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन रोकना अन्यायपूर्ण है। यदि किसी शिक्षक का वेतन रुका तो उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा। यह चेतावनी संगठन के जिलाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी व मंत्री योगेंद्र पांडेय ने मंगलवार को जारी संयुक्त विज्ञप्ति में दिया।
पदाधिकारीद्वय ने बताया कि शिक्षकों ने डीबीटी पोर्टल पर बच्चों के रजिस्ट्रेशन व अभिभावकों के आधार सत्यापन का कार्य पूर्ण मनोयोग से पूरा किया तो फिर बच्चों के आधार का सत्यापन पूरा नहीं हो रहा है तो विभाग को इसका कारण पता लगाना चाहिए। कहा कि बहुत से अभिभावक अपने बच्चों के आधार बनवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं तो बहुत से छोटे बच्चों के अंगुली की रेखाएं स्कैन नहीं हो पा रही हैं। इस कारण आधार नहीं बन पा रहे हैं। ऐसे में आधार सत्यापन न हो पाने पर शिक्षक बिल्कुल दोषी नहीं है। कहा कि विभाग को न सिर्फ बीआरसी पर बन रहे आधार कार्डाे की वास्तविकता जाननी चाहिए बल्कि न्याय पंचायत स्तर पर आधार बनवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। कहा कि यदि शिक्षकों का वेतन रोकने संबंधी आदेश शीघ्र वापस नहीं हुआ तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा।