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अम्बेडकरनगर : जनपद में चोरी की गाड़ियों के पार्ट अलग कर खरीफ फरोख्त कर रहे कबाड़ी, प्रशासन मौन

चोरी के गाड़ियों को काम दामों पर खरीद कर पार्ट अलग कर बेचने का काम करते है। कबाडी

अम्बेडकरनगर : एक तरफ प्रदेश शासन द्वारा अवैध कारोबार को रोकने के आये दिन सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ शासन के निर्देशों को दरकिनार कर प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी अवैध कार बाजार एवं कबाड़खाना संचालकों के ऊपर नहीं कर रहे हैं कोई करवाई जनपद में अवैध कबाड़ का कारोबार जमकर फल फूल रहा है। आपको बता दें कि जनपद के बसखारी थाना क्षेत्र में अनेकों स्थानों पर कवाडियों और अवैध कार बाजार का अवैध कारोबार चल रहा है लेकिन जनपद प्रशासन इन कबाडियों के दुकानों की जांच व कार्रवाई करने में गंभीरता नहीं दिखा रही है। मजे की बात यह है कि इन कार बाजार और कबाड़ियों के पास लाइसेन्स भी नही हैं फिर भी धड़ल्ले से अपनी दुकान चला रहे है और आम जनता को जमकर लूट रहे है।इन कबाड़ के दुकानों से कबाड़ी अवैध कमाई कर मालामाल हो रहे हैं।लोगों की मानें तो इन दुकानों में चोरी के सामान सहित अन्य संदिग्ध सामानों के आसानी से खरीदी बिक्री होने की लगातार जानकारी सामने आती है, लेकिन जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों के पास इन दुकानों की जांच करने का समय ही नहीं है।

इस व्यवसाय में पुलिस और प्रशासन का कोई रोकटोक नहीं है। मजेदार बात यह है बसखारी क्षेत्र के अकबरपुर रोड पर हरैया के पास ए एच कर बाजार और कबाड़खाना मसडा बाजार में हिन्द कर बाजार सहित अकबरपुर रोड नहर के पास जय किसान ट्रेडर्स के नाम से पुराने ट्रैक्टर पार्ट्स कबाड़खाना सहित जलालपुर रोड, पर दर्जनों से भी अधिक कबाड़ व कार बाजार के व्यवसायी हैं जो बेरोक टोक बेखौफ कारोबार कर रहे हैं। इन पर किसी का नियंत्रण नहीं होने से कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल, मोटरसाइकिल ट्रैक्टर चार पहिया वाहन एवं अन्य चोरियो के सामान को बेधड़क खरीदकर ऊंचे दाम में बेच रहे हैं।
मालूम हो क्षेत्र में आये दिन दिन-दहाड़े सार्वजनिक स्थानों से बाइक और साईकिल चोरी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। जहाँ साइकिल चोरी होने पर अमूमन लोग थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराते, क्योंकि पुलिस इसे छोटा मामला बताकर ध्यान नहीं देती। बाइक चोरी की रिपोर्ट काफी प्रयास के बाद कभी कभार तो लिखी जाती है, लेकिन अक्सर यह वापस नहीं मिलती। इसका कारण यह है कि चोरी की साइकिल और बाइक के कलपुर्जे को अलग-अलग कर कबाड़ में बेंच दिया जाता है। इसके अलावा इस धंधे में लोहे के सामान घरेलू उपयोग के सामान सहित कई कीमती सामान पानी के भाव कबाड़ी अपने दलालों के माध्यम से खरीद कर लाखों रुपए कमाते हैं। जिस कारण से आम जनता काफी परेशान है।
अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार आला अधिकारियों द्वारा ऐसे अवैध कार बाजार एवं कबाड़ियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करके इस पर नकेल कसी जाती है या नहीं।

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