जंगली बन्दरों के आतंक से ग्रामीण परेशान,बीजपुर/ सोनभद्र
जंगली बंदरों के आतंक से ग्रामीण हलकान वन विभाग बना अंजान
जरहा वनरेंज क्षेत्र अन्तर्गत विगत एक महीने से गाँवों में भटक कर आये जंगली बंदरो के झुंड से ग्रामीण हलकान हो गए हैं समस्या की जानकारी देने के बावजूद वन महकमा इनके आतंक से अंजान बना हुआ है। बताया जाता है कि ग्राम पंचायत जरहा के टोला
चेतवा,ग्राम पंचायत नेमना,महुली,रजमिलान सहित कई गाँवो में जंगली बंदरों के झुंड ने अरहर,सब्जी,सरसो,सेम,पपीता,आम सहित अन्य फसलों को जमकर क्षति पहुँचा रहे हैं।इतना ही नही बंदरों के उछल कूद से अब तक तीन बाइक सवार दुर्घटना में घायल हो चुके हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चे अगर इनको भगाने के लिए डब्बा थाली टीन बजाने हैं तो आक्रोशित बंदर हमला कर लोगों को घायल कर रहे हैं।बंदरो के आतंक का आलम यह है कि गाँवो में गरीबों के बने आशियाने दर्जनों खपरैल घर को बर्बाद कर दिए हैं।बताया जाता है कि जंगलों में इनके खाने पीने के लिए समस्या खड़ी हो गयी है इस लिए पानी और खाना की तलाश में जंगली बंदर गाँवो की ओर रुख कर चुके हैं। गौरतलब हो कि पहले हाथियों के झुंड ने ग्रामीणों की फसल चौपट की है तो अब बची खुची फसल और घर को बंदर बर्बाद करने पर आमादा हैं।ग्रामीण डॉ ब्रह्मजीत सिंह,राहुल सिंह,श्यामसुंदर,संजय ,विकास सहित अनेक लोगों ने रेंजर जरहा राजेश सिंह से इसकी शिकायत की लेकिन महकमा बंदरों के झुंड को भगाने की जुगत करने की बजाय अंजान बने हुए है।रेंजर राजेश सिंह ने बताया कि पटाखा छोड़ने से बंदर भागे गें जरूर लेकिन फिर चले आयेगें।इनको पकड़ने के लिए नगर निगम पकड़ता है।