गोरखपुर : भागवत कथा सुनना ही नहीं अपितु आत्मशात भी करना चाहिए- राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल
दैनिक बुद्ध का सन्देश
गोला/गोरखपुर। भागवत कथा सुनना ही नहीं अपितु अपने जीवन में आत्मसात भी करना चाहिए। श्रीमद्भागवत कथा संमार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। उक्त बातें कौआडील गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल महा महिम शिवप्रताप शुक्ल जी वहां उपस्थित जन समुह को सम्बोधित करते हुए कही। आगे उन्होंने ने कहा कि आज समुचा उत्तर प्रदेश राममय हो गया है। जगह जगह कथा प्रवचन चल रहे हैं। मैं भी बृहस्पतिवार को अयोध्या धाम पहुच कर रामलला का दर्शन पुजन कीया। उसके पस्चात हम छोटी अयोध्या क्षेत्र के कौवाडील में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में आया हूं।
गोरखपुर से सड़क मार्ग से आ रहे महा महिम ने हाटा बाजार से कौवाडील तक बनी अच्छी सड़क देख क्षेत्रीय सांसद और विधायक की प्रशंसा भी की। कार्यक्रम की शुरुआत महा महिम शिवप्रताप शुक्ल जी और सांसद कमलेश पासवान द्वारा व्यास पिठ पर पुष्प फुल अर्पित कर और व्यास पीठ पर बैठे संत रमेश भाई शुक्ल का माल्यार्पण और आरती कर किया गया। इसके पश्चात प्रधान प्रतिनिधि नागेन्द्र शर्मा ने महा महिम श्री शुक्ल जी को पुष्प गुच्छ और स्मृति चिह्न भेट देकर स्वागत किया। सांसद कमलेश पासवान, जिला पंचायत सदस्य माया शंकर शुक्ल, विशिष्ट भाजपा नेता नित्यानंद मिश्र, डा शिव शंकर शर्मा, पं. शैलष शास्त्री, दीपक शर्मा ने महा महिम शिवप्रताप शुक्ल जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया। यहां पर दीपपति शर्मा, कन्हैया शर्मा, डा इन्द्र मणि भट्ट, सिट्टू शर्मा सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।