गोंडा : ग्राम पंचायत में मानक विहीन विद्यालय के संचालन को लेकर शिकायत
जिला अधिकारी के द्वारा जांच कर आख्या मांगे जाने पर खुला राज क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा लगाया गया रिपोर्ट
दैनिक बुद्ध का संदेश
गोंडा। ग्रामीणों की शिकायत पर जिला अधिकारी के द्वारा जांच कर आख्या मांगे जाने पर खुला राज क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा लगाया गया रिपोर्ट ।मामला विकासखंड रूपईडीह के ग्राम पंचायत पूरे पाठक से जुड़ा हुआ है जहां पर ग्रामीणों के द्वारा ग्राम पंचायत में मानक विहीन विद्यालय के संचालन को लेकर शिकायत की गई थी जिस पर क्षेत्रीय लेखपाल के द्वारा आख्या लगाया गया कि विद्यालय प्रबंधक के द्वारा बयान दर्ज करते हुए जांच की गई जिसमें पाया गया कि स्कूल का भवन 4 इंच दीवाल पर बनकर तैयार किया गया है तथा कमजोर है एवं भूकंप विरोधी नहीं है प्रबंधक ने अपने बयान में कहा है कि बच्चों को लाने ले जाने के लिए मेरे द्वारा किसी वाहन का प्रयोग नहीं किया जा रहा है विद्यालय को कक्षा 1 से 5 तक मान्यता प्राप्त है तथा विद्यालय में बना शौचालय निष्प्रयोज्य तथा क्रीडा स्थल नहीं है सहायक अभियंता लघु सिंचाई विभाग प्रखंड गोंडा द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्र के छाया प्रति संलग्न की गई है।
मानक विहीन व बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय संचालन की शिकायत जिलाधिकारी ने संज्ञान में लेकर जांच व कार्रवाई किए जाने का निर्देश ग्रामीणों के द्वारा मानक विहीन व बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय का संचालन किया जाने की शिकायत जनता दर्शन एवं जन सुनवाई पोर्टल पर किए जाने के बाद जिलाधिकारी के द्वारा संज्ञान में लेकर जांच व कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया गया। ग्रामीण श्याम जी शुक्ला, विनोद कुमार चंद्रशेखर, रमेश कुमार, राम शंकर आदि लोगों ने प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत पूरे पाठक में बिना मान्यता व मानक विहीन भवन बनाकर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है जिसकी शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों से की गई जिससे नाराज बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी रूपईडीह के द्वारा विद्यालय प्रबंधक से मिली भगत करते हुए आर्थिक लाभ लेकर बिना मानकों को पूरा करते हुए विद्यालय का नाम बदलकर मान्यता प्रदान कर दी गई जबकि ग्राम पंचायत में तीन प्राथमिक विद्यालय प्रभावित हो रहें है विद्यालय बिना डिग्री के अध्यापकों के द्वारा पढ़ाया जा रहा है तथा विद्यालय मानक विहीन बना हुआ है।
विद्यालय प्रबंधक ने बताया कि विद्यालय के मान्यता प्राप्त करने के लिए सभी मानकों को पूरा कर सभी अभिलेखों को विभाग को प्रेषित कर दिया गया था इसके बाद मान्यता प्राप्त हुई है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार सिंह ने बताया कि मानकों के जांच करते हुए पूर्ण पाया गया इसके बाद मान्यता दी गई है।