राम जन्म की लीला देख भाव बिभोर हुए दर्शक, करमा/सोनभद्र
करमा में चल रहीं रामलीला में रामजन्म की लीला का हुआ मंचन सर्वप्रथम रामलीला समिति के अध्यक्ष रामपति पटेल द्वारा भगवान की आरती उतारी गयी उसके बाद लीला प्रारंभ हुई रावण के अत्याचार के भार से ब्याकुल पृथ्वी देवताओं को अपनी पीड़ा बताती है सभी देवता पृथ्वी सहित भगवान बिष्णु का स्मरण करते हैं आकाश वाणी होती है दशरथ के घर जन्म लेकर राक्षसों का संघार कर पृथ्वी का भार मिटाउगा इधर चौथेपन मे भी महाराज दशरथ को कोई संतान नही चिन्तीत महाराज गुरु बशिष्ठ के आशीर्वाद से पुत्रेष्टि यज्ञ करते हैं जिससे चार पुत्र जन्म लेते है जैसे ही राम का जन्म हुआ सारा पांडाल राम के नाम से गुंज पड़ा कार्यक्रम का सफल संचालन समिति के संचालक इन्द्रजीत शुक्ल नें किया!